विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता भारत की दीप्ति जीवनजी ने पेरिस पैरालंपिक की एथलेटिक्स की महिला 400 मीटर टी20 स्पर्धा में 55.82 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता। वह फाइनल में तीसरे नंबर पर रही। इसी महीने 21 बरस की होने वाली दीप्ति यूक्रेन की यूलिया शुलियार (55.16 सेकेंड) और विश्व रिकॉर्ड धारक तुर्की की आयसेल ओंडर (55.23 सेकेंड) के बाद तीसरे स्थान पर रहीं। टी20 श्रेणी बौद्धिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों के लिए है।
तुर्की की खिलाड़ी ने तोड़ा था दीप्ति का वर्ल्ड रिकॉर्ड
20 वर्षीय दीप्ति इस साल की शुरुआत में कोबे में 55.07 सेकेंड के विश्व रिकॉर्ड के साथ विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद पेरिस आई थीं। उन्होंने हांग्जो एशियाई खेल 2023 में भी 56.69 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता था। दीप्ति का वर्ल्ड रिकॉर्ड 2 सितंबर को हीट 2 में फाइनल के लिए क्वालीफाई करते समय तुर्की की आयसेल ओंडर ने तोड़ दिया है। ओंडर ने 54.96 सेकेंड का समय लेकर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। फाइनल में आयसेल ओंडर ने 55.23 सेकेंड का समय लेकर रजत पदक जीता। दीप्ति 55.82 सेकेंड से आधे सेकेंड से ज्यादा पीछे रहकर तीसरे स्थान पर रहीं।
दीप्ति पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाली बौद्धिक अक्षमता वाली पहली भारतीय हैं। वह तेलंगाना के वारंगल की रहने वाली हैं। भारतीय खेल प्राधिकरण के कोच एन रमेश ने उनके खेल को तराशा है। दीप्ति ने पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन किया है।
द्रौपदी मुर्मू ने दीप्ति जीवनजी को दी बधाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पेरिस 2024 पैरालिंपिक में महिलाओं की 400 मीटर टी20 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर दीप्ति जीवनजी को बधाई। उन्होंने कई प्रतिकूलताओं का सामना करते हुए समर्पण का प्रदर्शन किया है। मैं कामना करती हूं कि वह भविष्य में और भी ऊंची उपलब्धियां हासिल करें।
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