Highlights
- पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन सिंगल्स के फाइनल में पहुंचे
- सिंधु और सेन का सिल्वर मेडल जीतना तय
- पीवी सिंधु को कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने पहले गोल्ड मेडल का इंतजार
PV Sindhu Lakshya Sen CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु का शानदार सफर लगातार जारी है। उन्होंने वुमेंस सिंगल्स सेमीफाइनल में सिंगापुर की यिओ जिया मिन को सीधे गेम्स में शिकस्त देकर लगातार दूसरी बार कॉमनवेल्थ वुमेंस सिंगल्स के फाइनल में जगह बनाकर गोल्ड मेडल की ओर अपने कदम बढ़ा दिए। वहीं लक्ष्य सेन भी राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रहे।
सिंधु ने लगातार 2 गेम जीतकर फाइनल में बनाई जगह
सिंधु इस मुकाबले में साफ तौर पर अपनी विरोधी खिलाड़ी यिओ जिया मिन से बेहतर थीं। हालांकि 2014 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में वुमेंस सिंगल्स में ब्रॉन्ज और सिल्वर मेडल जीतने वाली सिंधु के बाएं पैर में पट्टी बंधी थी जिससे उन्हें मूवमेंट में थोड़ी परेशानी हो रही थी। पहले गेम में सिंगापुर की खिलाड़ी ने बेहतर शुरुआत करते हुए 8-4 की बढ़त बनाई लेकिन सिंधु ने वापसी करते हुए स्कोर बराबर कर दिया। बाद में, दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट ने सिंगापुर की खिलाड़ी की गलतियों को भुनाते हुए इस गेम मे तीन गेम प्वाइंट हासिल किए और तीसरे पर जीत दर्ज कर ली।
यिओ जिया मिन ने दूसरे गेम में भी बेहतर शुरुआत की। सिंधु ने हालांकि लगातार पांच अंक के साथ बराबरी हासिल कर ली। हैदराबादी शटलर ने स्मैश के साथ ब्रेक तक बढ़त बनाए रखी। सिंगापुर की खिलाड़ी ने इसके बाद शॉट बाहर मारा और एक शॉट नेट पर उलझाया जिससे सिंधु फाइनल में जगह बनाने से सिर्फ दो प्वॉइंट दूर थीं। सिंधु को पांच मैच प्वाइंट मिले जिसमें से उन्होंने दो गंवाए लेकिन फिर दमदार स्मैश के साथ फाइनल में जगह बनाई। भारत की 27 साल की शटलर ने सिंगापुर की खिलाड़ी को 49 मिनट चले मुकाबले में 21-19 21-17 से हराया। गोल्ड मेडल मैच में सिंधु का मुकाबला कनाडा की शटलर ली मिशेल से होगा।
लक्ष्य सेन ने तीन गेम में अपना सिल्वर मेडल किया पक्का
वर्ल्ड रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज लक्ष्य ने सिंगापुर के जिया हेंग तेह के खिलाफ शुरुआती गेम में अपने आक्रामक खेल से विरोधी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और आसानी से 1-0 की बढ़त कायम कर ली।
दूसरे गेम में 87वें स्थान पर काबिज जिया ने खेल की गति को कम कर के बेहतर शुरुआत की। ब्रेक के समय जिया के पास 11-9 की बढ़त थी, लेकिन लक्ष्य की गलतियों का फायदा उठाकर उन्होंने 16-9 की बढ़त बना ली। बीस साल के भारतीय शटलर ने इसके बाद वापसी की लेकिन जिया ने तीन अंक से गेम अपने नाम कर लिया।
निर्णायक गेम में लक्ष्य को हर अंक के लिए मेहनत करनी पड़ी लेकिन उन्होंने 11-7 की बढ़त हासिल की और फिर चार मैच प्वाइंट हासिल किया। उन्होंने पहले मौके को ही भुनाकर सेमीफाइनल मुकाबले को 21-10, 18-21, 21-16 से अपने नाम कर लिया। फाइनल में लक्ष्य के सामने मलेशिया के त्जे योंग की चुनौती होगी।