Highlights
- भारत ने लॉन बॉल्स में पहली बार जीता गोल्ड
- महिला फोर टीम ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया
- कॉमनवेल्थ खेलों में 1930 से खेला जा रहा ये खेल
CWG 2022, LAWN BOWLS: बर्मिंघम में जारी 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की लॉन बॉल्स टीम ने भारत को पहली बार गोल्ड मेडल दिलाकर इतिहास रच दिया है। मंगलवार को लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की की चार खिलाड़ियों वाली टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर 92 साल के इन खेलों के इतिहास में भारत को पहली बार मेडल दिलाया। इस खेल की चर्चा देश में तब शुरू हुई जब सोमवार 1 अगस्त यानी राष्ट्रमंडल खेलों के चौथे दिन महिलाओं की फोर टीम ने न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में हराकर उलटफेर किया। ऐसे में आइए जान लेते हैं इस खेल, उसके तरीके और नियम के बारे में।
लॉन बॉल्स मुख्य तौर पर आउटडोर गेम है और एक हरे-भरे लॉन में खेला जाता है। यह साल 1930 से ही कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा रहा है। लेकिन भारत को 22 सालों में इस खेल में कभी कोई पदक नहीं मिला। जबकि इंग्लैंड इसमें अब तक कुल 51 मेडल (20 गोल्ड, 9 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज) जीत चुका है।
क्या होता है लॉन बॉल्स खेल
लॉन बॉल्स एक मजेदार खेल है और एक तरह से गोल्फ की तरह है। क्योंकि वहां भी गेंद को एक लक्ष्य तक पहुंचाना होता है और इस खेल में भी ऐसा ही कुछ है। हालांकि दोनों में कई बड़े बड़े फर्क भी है, जिसमें सबसे बड़ा फर्क ये होता है कि गोल्फ में स्टिक का इस्तेमाल होता है जबकि लॉन बॉल्स में हाथ से ही गेंद को आगे भेजना होता है। खैर आइए इस खेल के बारे में जानते हैं। दरअसल इस खेल में एक गेंद होता है जिसे जैक यानी कि लक्ष्य भी कहा जाता है। इस जैक की तरफ ही गोलाकर गेंद को जमीन पर रोल करते हुए भेजना होता है। इसमें खेलने वाली दोनों टीमों को इसी प्रक्रिया का पालन करना होता है और अपनी गेंद को जैक के ज्यादा से ज्यादा नजदीक भेजना होता है। जिसकी गेंदें जैक के ज्यादा करीब होती हैं, वह अंकों के आधार पर विजेता बनता है।
कैसी होती है गेंद?
इस खेल में प्रयोग होने वाली गेंद रबड़, लकड़ी या प्लास्टिक रोल से बना होती है। इसका वजन 1.59 किलोग्राम तक होता है। गेंद हालांकि पूरी तरह से गोलाकार नहीं होती है और उसके दो साइड होते हैं, जिसे बायस और नॉन बायस कहा जाता है। इन दोनों साइडों का अपना महत्व भी होता है। गेंद की एक तरफ का वजन भी थोड़ा अधिक होता है जिसकी वजह से वह रोल होने के बाद अंदर की तरफ जाती है।
क्या हैं खेल के नियम
इस खेल की शुरूआत भी क्रिकेट की तर्ज पर ही सिक्का उछालकर टॉस के साथ की जाती है। टॉस जीतने वाला पक्ष जैक को सबसे पहले मैट पर खड़े होकर आगे की तरफ रोल करता है। यहां जैक को 23 मीटर की निर्धारित दूरी से आगे भेजना होता है। इसके बाद खेल की शुरुआत होती है। दोनों पक्ष एक-एक करके गेंद को जैक की तरफ अंडर आर्म से रोल करते हैं और इसमें जिसकी गेंद जैक के सबसे करीब होती है, उसे अंक मिलता है। अलग-अलग राउंड के इस खेल में सर्वाधिक अंक वाली टीम या खिलाड़ी जीत दर्ज करता है। हालांकि ये इतना आसान भी नहीं होता है क्योंकि इसमें गेंद की गति और दिशा काफी मायने रखती है।
कितने तरीके से खेला जाता है यह खेल
लॉन बॉल्स कुल चार तरह से खेला जाता है, जिसके अलग-अलग नाम होते हैं। इसमें सिंगल, डबल, तीन खिलाड़ियों की टीम और चार खिलाड़ियों की टीम भाग लेती है। प्रत्येक खिलाड़ी को उसकी संख्या के आधार पर बांटा जाता है और इसी आधार पर राउंड भी बढ़ते-घटते हैं। इस खेल में महिला और पुरुष दोनों की अलग-अलग टीमें होती है।