Highlights
- भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम बतौर डिफेंडिंग चैंपियन उतरी थी
- क्वार्टरफाइनल में मलेशिया के सामने भारतीय टीम हुई थी उलटफेर का शिकार
- इस मैच में महिला कोच रहीं अनुपस्थित, पुरुष टीम के कोच बेंच पर आए नजर
CWG 2022: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और टेबल टेनिस संघ के बीच खड़ा हुआ विवाद अभी पूरी तरह थमा नहीं है। वहीं इसी बीच कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी टेबल टेनिस से जुड़ा एक नया विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय टेबल टेनिस टीम में फिर से नया विवाद पैदा हो गया है और महिलाओं के मैच में पुरुष कोच की उपस्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। गौरतलब है कि भारत की महिला टीम स्पर्धा में मौजूदा चैंपियन के रूप में आई थी लेकिन क्वार्टर फाइनल में मलेशिया ने उलटफेर का शिकार बनाया।
महिला कोच रहीं अनुपस्थित
भारत के क्वार्टरफाइनल मैच में भारतीय टीम की नामित महिला कोच अनिंदिता चक्रवर्ती नॉकआउट चरण के इस मैच के दौरान अनुपस्थित रहीं, जिससे कई सवाल उठने लगे हैं। उनके बजाय इस मैच के दौरान पुरुष टीम के कोच एस रमन कोर्ट के पास में बैठे हुए थे। भारतीय टेबल टेनिस संघ का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति के एक सदस्य एसडी मुदगिल ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं होना चाहिए था। महिलाओं के मैच के दौरान महिला कोच को ही उपस्थित होना चाहिए था। मैं इस मामले में टीम के साथ बात करूंगा।’’
आपको बता दें कि मुदगिल को टीम मैनेजर के रूप में भारतीय टीम के साथ बर्मिंघम में होना चाहिए था लेकिन खेल मनोचिकित्सक गायत्री वर्ताक को टीम से जोड़ने के लिए वह भारत में ही रुके रहे। रमन पुरुष खिलाड़ी जी साथियान के निजी कोच हैं। क्वार्टर फाइनल मुकाबला जब बेहद कड़ा हो गया था तब रमन को रीत ऋष्य को कोचिंग देते हुए देखा गया। इस अप्रत्याशित हार के बाद मनिका बत्रा की अगुवाई वाली टीम यहां तक कि मीडिया से बात करने के लिए भी नहीं रुकी जो कि इस तरह की बड़ी प्रतियोगिताओं में मानक प्रोटोकॉल होता है।
पुरुष टीम के कोच रमन ने मुकाबले के बाद कहा था कि,‘‘यह बेहद करीबी मुकाबला था। हमारे लिए संयोजन पूरी तरह से भिन्न था। एक रक्षात्मक खिलाड़ी, एक बाएं हाथ का खिलाड़ी और दाएं हाथ का खिलाड़ी का संयोजन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण था। लड़कियों ने कड़ी चुनौती पेश की लेकिन आज का दिन हमारा नहीं था।’’ इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में भी मनिका बत्रा और कोच के बीच विवाद की खबर सामने आई थी और उनके मैच के दौरान बेंच पर कोई भी नजर नहीं आया था।