Highlights
- बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने जीते 4 मेडल
- रेसलिंग में मिले भारत को सर्वाधिक 12 मेडल
- भारत ने 22 गोल्ड के साथ कुल 61 पदक जीतकर किया अभियान खत्म
Commonwealth Games 2022: भारत ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में 22 गोल्ड मेडल के साथ कुल 61 मेडल जीतकर शानदार प्रदर्शन किया। भारत का राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में यह चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। हालांकि मेलबर्न (2006) में भी भारत ने 22 गोल्ड मेडल जीते थे लेकिन वहां कुल मेडल कम थे। भारत ने इससे पहले 2010 के दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना सर्वाधिक प्रदर्शन किया था जहां देश को 38 गोल्ड मेडल के साथ कुल 101 मेडल मिले थे। इससे पहले भारत का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मैनचेस्टर के 2002 राष्ट्रमंडल खेलों में आया था जहां देश के नाम 30 गोल्ड के साथ कुल 69 मेडल दर्ज हुए थे।
भारत के कॉमनवेल्थ खेलों में टॉप-5 प्रदर्शन
- 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स- (38 गोल्ड, 27 सिल्वर, 36 ब्रॉन्ज, 101 कुल पदक)
- 2002 मैनचेस्टर कॉमनवेल्थ गेम्स- (30 गोल्ड, 22 सिल्वर, 17 ब्रॉन्ज, 69 कुल पदक)
- 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स- (26 गोल्ड, 20 सिल्वर, 20 ब्रॉन्ज, 66 कुल पदक)
- 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स- (22 गोल्ड, 16 सिल्वर, 23 ब्रॉन्ज, 61 कुल पदक)
- 2006 मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स- (22 गोल्ड, 17 सिल्वर, 11 ब्रॉन्ज, 50 कुल पदक)
CWG 2022 Final Medal Tally: भारत ने चौथे स्थान पर खत्म किया सफर, शूटिंग के बिना भी पदकों की गितनी 60 पार
भारत को CWG 2022 में किन खेलों में मिले कितने पदक?
खेल | गोल्ड | सिल्वर | ब्रॉन्ज | कुल पदक |
कुश्ती | 6 | 1 | 5 | 12 |
वेटलिफ्टिंग | 3 | 3 | 4 | 10 |
एथलेटिक्स | 1 | 4 | 3 | 8 |
मुक्केबाजी | 3 | 1 | 3 | 7 |
टेबल टेनिस | 4 | 1 | 2 | 7 |
बैडमिंटन | 3 | 1 | 2 | 6 |
जूडो | 0 | 2 | 1 | 3 |
हॉकी | 0 | 1 | 1 | 2 |
लॉन बॉल्स | 1 | 1 | 0 | 2 |
स्क्वैश | 0 | 0 | 2 | 2 |
पॉवर पैरालिफ्टिंग | 1 | 0 | 0 | 1 |
क्रिकेट | 0 | 1 | 0 | 1 |
कुल पदक | 22 | 16 | 23 | 61 |
अचंता शरत कमल ने जीते 4 मेडल
टेबल टेनिस में 40 साल के अचंता शरत कमल ने पुरुष एकल स्पर्धा के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया। शरत ने 16 साल बाद दूसरी बार एकल स्पर्धा में गोल्ड जीता। यह उनका इस बार के खेलों का चौथा और कॉमनवेल्थ गेम्स का 13 पदक रहा। इसके अलावा इन खेलों में यह उनका तीसरा गोल्ड मेडल भी रहा। इसके अलावा उन्होंने एक सिल्वर भी जीता। उन्होंने मिक्स्ड टीम, मिक्स्ड डबल्स और पुरुष सिंगल्स में गोल्ड और मेन्स डबल्स में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।