Highlights
- कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में पहली बार भारतीय खिलाड़ी ने इस खेल में जीता सिल्वर मेडल
- भारत के एथलीट अविनाश सेबल ने दूसरे नंबर पर रहते हुए भारत के लिए जीता एक और पदक
- पहले नंबर पर रहे केन्या के खिलाड़ी अब्राहम किबिवोट जीता गोल्ड, अविनाश बस कुछ ही पीछे
commonwealth games 2022 Avinash sable silver in steeplechase : राष्ट्रमंडल खेलों यानी कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में 3000 मीटर स्टीपलचेज में केन्या का ही आधिपतथ्य रहा है। लेकिन इस बार भारत ने इस एकाधिकार को खत्म करने का काम किया है। भारत के एथलीट अविनाश साबले ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में सिल्बर मेडल अपने नाम किया है। इससे पहले कॉमनवेल्थ के इतिहास में गोल्ड, सिल्बर और ब्रॉन्ज मेडल केन्या के एथलीट ही जीतते रहे हैं। इस बार पहली बार पोडियम पर भारतीय खिलाड़ी अविनाश साबले भी नजर आए हैं। अविनाश साबले ने इस रेस को 8ः11. 20 मिनट में पूरा किया और रजत पदक अपने नाम किया।
अविनाश साबले केवल पांच माइक्रोसेकेंड पीछे रह गए
भारत के एथलीट अविनाश साबले केन्या के एथलीट अब्राहम किबिवोट से केवल पांच माइक्रोसेकेंड से पीछे रह गए थे, नहीं तो वे भारत के गोल्ड मेडल भी ला सकते थे और यही कारण रहा कि अविनाश साबले जब पोडिमय पर पहुंचे तो राष्ट्रगान सुनने से चूक गए। इस बारे में बात करते हुए अविनश साबले ने कहा कि मैनें रजत पदक जीता है। लेकिन कुछ ही सेकेंड की बात थी, उन्होंने कहा कि मैंने पिछली दो बाधाओं का पार करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया। अगर गोल्ड मेडल मिलता तो ये अब तक की सबसे अच्छी बात होती।
अविनाश साबले ने अपने प्रदर्शन में किया जबरदस्त तरीके से सुधार
मार्च 2019 के फेडरेशन कप के बाद ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाले अविनाश साबले ने नौवी बार अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है। इस साल जून में ही साबले ने डायमंड लीग में 8ः12.48 से सुधार करने में कामयाबी हासिल की है। साबले ने कहा कि पिछले 2000 मीटर तक मेरी योजना केन्याई अब्राहम किबिवोट, अमोस सेरेम और कॉन्सेसलस किप्रुटो को देखा। जैसे ही उन्होंने आखिरी दो किलोमीटर में प्रवेश किया, मैंने और कोशिश की और आगे बढ़ गया। उन्होंने बताया कि पानी की आखिरी छलांग में मैं थोड़ा लड़खड़ा गया था, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मेरे सामने वाला लड़का थोड़ा बाहर की ओर आ गया था। उन्होंने कहा कि वे इसलिए लिए शिकायत नहीं कर सकते। इस बीच इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाले किबिवोट ने भी साबले की तारीफ की। दौड़ के बाद दोनों ने एक दूसरे को गले लगाया। किबिवोट ने सेबल के कंधो को भी थपथपाया। केन्याई खिलाड़ी किबिवोट ने कहा कि हमने एक साथ अच्छी दौड़ लगाई मैंने आखिरी लैप में अपनी गति बढ़ाने का प्रयास किया। सेबल काफी मजबूत है, मैं उसे स्क्रीन पर करीब आते हुए देख रहा था।