साल 2022 के अंत में नंबर-1 पर रहने वाले 20 वर्षीय स्पेनिश टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्कारेज ने 23 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नोवाक जोकोविच को हराकर अपना पहला विंबलडन का खिताब जीता। पांच सेट तक चले इस मुकाबले में अल्कारेज ने सर्बिया के स्टार खिलाड़ी को हराकर इतिहास रच दिया। जोकोविच अपना आठवां विंबलडन टाइटल जीतने से चूके। वहीं अल्कारेज ने अपना दूसरा ग्रैंडस्लैम और पहला विंबलडन टाइटल जीता। इससे पहले साल 2022 में अल्कारेज ने यूएस ओपन का टाइटल जीता था।
विंबलडन 2023 के फाइनल में नोवाक जोकोविच और कार्लोस अल्कारेज के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। पहला सेट जोकोविच ने जिस तरह से 6-1 से जीता उसके बाद लग रहा था कि वह अपने 24वें ग्रैंडस्लैम के नजदीक हैं। लेकिन दूसरे सेट में कांटे की टक्कर हुई और अल्कारेज ने 7-6 से इसे अपने नाम कर लिया। उसके बाद तीसरे सेट में भी अल्कारेज ने अपनी रफ्तार को बरकरार रखा और 1-6 से शानदार जीत दर्ज की। फिर चौथे सेट में जोकोविच ने वापसी की और 6-3 से इसे अपनाम किया। इसके बाद बारी थी पांचवें और निर्णायक सेट की जिसमें 4-6 से शानदार जीत दर्ज करते हुए अल्कारेज ने बाजी मारी और इतिहास रच दिया।
जोकोविच ने तोड़ा रैकेट
20 साल के अल्कारेज से हारने के बाद दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच अपना गुस्सा नहीं रोक पाए। उन्हें यह हार नहीं पची और उसके बाद उन्होंने कोर्ट पर ही नेट के साइड में अपने रैकेट को जोर से मारा और उसे तोड़ दिया। जोकोविच की हार से ज्यादा उनकी इस प्रतिक्रिया का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कई लोगों का कहना है कि, 23 बार ग्रैंडस्लैम जीतने वाले खिलाड़ी को यह शोभा नहीं देता है। इससे पहले राफेल नडाल ने कुछ दिनों पहले रैकेट तोड़ने जैसे कृत्यों को अस्वीकार्य बताया था और कहा था कि यह खेल के सम्मान के विरुद्ध है और इससे युवाओं के लिए अच्छा मैसेज नहीं जाता है।
नोवाक जोकोविच की बादशाहत को इस हार के बाद अब तगड़ा झटका लग सकता है। 10 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 3 यूएस ओपन, 3 फ्रेंच ओपन और 7 बार के विंबलडन विजेता खिलाड़ी के लिए यह हार काफी बड़ी साबित हो सकती है। अभी तक पिछले कुछ समय से उनका एकछत्र राज जारी था। पर अब 20 साल के युवा अल्कारेज ने यहां जीत दर्ज करते हुए दुनिया को बता दिया है कि टेनिस की दुनिया का आने वाला भविष्य वह हो सकते हैं। अल्कारेज ने पिछले साल यूएस ओपन जीतने के साथ-साथ चार एटीपी और दो एटीपी मास्टर्स के खिताब भी जीते थे। यही कारण था कि उन्हें वर्ल्ड नंबर 1 की रैंकिंग पर रखा गया था। आज उन्होंने अपनी पोजीशन को और मजबूत कर लिया है।