Highlights
- 64 साल की स्वेतलाना ने बेटे के साथ जीता मैच
- स्वेतलाना ने साल 2009 में किया था डेब्यू
- यूरोपियन चैंपियनशिप 1986 में स्वेतलाना ने जीता था कांस्य
BWF World Championships 2022: टोक्यो में चल रहे बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में लोगो को कुछ ऐसा देखने को मिला जिसे देख सभी चौक गए। इस टूर्नामेंट में 64 साल की मां ने अपने 33 साल के बेटे के साथ मैच खेल कर इजराइल को जिताया। दरअसल इजराइल के बैडमिंटन खिलाड़ी मीसा को कोई पार्टनर ना मिलने की वजह से उनकी मां स्वेतलाना खुद ही बैडमिंटन कोर्ट में उतर गईं। 64 साल की इस खिलाड़ी को वह चुस्ती के साथ खेलते देख सभी चौक गए। उन्होंने मिक्स्ड डबल्स मैच खेला। मां-बेटे की इस जोड़ी ने मिस्र के दोहा और हतेम अलगामल की जोड़ी को 2-1 से हरा सभी को हैरान कर दिया।
यूरोपियन चैंपियनशिप में स्वेतलाना ने जीता था कांस्य
मीसा ने साल 2009 में 20 वर्ष की उम्र में बैडमिंटन में अपना डेब्यू में किया था। उस वक्त उनकी मां की उम्र 51 की थी। हैदराबाद में साल 2009 में हुए बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान भी मां-बेटे की इस जोड़ी ने धमाल मचाया था। यूरोपियन चैंंपियनशिप 1986 में स्वेतलाना ने ब्रोंज मैडल जीता था।
इजराइल के लिए ओलंपिक खेलना चाहती हैं स्वेतलाना
स्वेतलाना चाहती है कि वह अपने बेटे मीसा के साथ ओलंपिक में इजराइल के लिए खेले। उन्होंने कहा कि वह आगे होने वाले मैचों में और भी ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करेंगी और ओलंपिक में जाने के अपने सपने को भी पूरा करेंगी। उन्होंने आगे कहा कि इसराइल में बैडमिंटन में ज्यादा खिलाड़ी नहीं है। इजरायल जैसे समृद्ध देश में एक भी बैडमिंटन ट्रेनिंग सेंटर नही है। उनके प्रैक्टिस करने में भी काफी ज्यादा दिक्कत होती है।
मां से मीसा को मिली प्रेरणा
स्वेतलाना हर रोज अपने बेटे के साथ करीब 3 से 4 घंटे प्रैक्टिस करते हैं। स्वेतलाना ने करीब 40 साल पुराना रिकॉर्ड तब तोडा जब वह सबसे ज्यादा उम्र में बैडमिंटन मैच जीतने वाली खिलाड़ी बनी। उनके बेटे मीसा ने कहा था कि 30 साल की उम्र में वे रिटायरमेंट का प्लान कर रहे थे मगर उनकी मां ने उन्हें खेल में बनाए रखा। उन्होंने आगे कहा कि मेरी मां इतनी ज्यादा उम्र में भी बैडमिंटन खेल रही है शायद मैं कभी भी रिटायरमेंट नहीं लूंगा। वर्ल्ड रैंकिंग में मीसा 47 वें स्थान पर है।