भारतीय रेसलर खिलाड़ी और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया को डोप टेस्ट देने से मना करने की वजह से सस्पेंड का सामना करना पड़ा है। कुश्ती की वैश्विक संचालन संस्था वर्ल्ड रेसलिंग फेडरेशन (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने उन्हें इस साल के अंत तक सस्पेंड कर दिया है। इससे पहले राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने बजरंग को निलंबित किया था, जिसके बाद अब यूडब्ल्यूडब्ल्यू का भी ये फैसला सामने आया है। नाडा ने बजरंग पर सस्पेंड का फैसला 23 अप्रैल को दिया था, जिसमें उन्हें रहने के स्थान संबंधी नियमों के उल्लंघन को लेकर नोटिस जारी किया गया था। वहीं नाडा के सस्पेंड के बाद भी भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने बजरंग को विदेश में ट्रेनिंग करने के लिए उसके खर्चे के तौर पर 9 लाख रुपए स्वीकृत किए थे, जिसपर सभी को काफी हैरानी भी हुई थी।
बजरंग ने कहा कि उन्होंने नहीं किया था डोप टेस्ट देने से मना
बजरंग पूनिया को नाडा द्वारा सस्पेंड किए जाने को लेकर उन्होंने अपने बयान जो पीटीआई में आया उसमें अपने बचाव में कहा कि उन्होंने कभी डोप टेस्ट के लिए नमूना देने से मना नहीं किया था, लेकिन डोप नियंत्रण अधिकारी से सिर्फ इतना पूछा था कि टेस्ट के लिए लाई गई किट एक्सपायर्ड किट क्यों है। वहीं यूडब्ल्यूडब्ल्यू की तरफ से आए सस्पेंड ऑर्डर को लेकर बजरंग ने बताया कि उन्हें इसके बारे में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है। बजरंग ने हालांकि ये पुष्टि की है कि उनका वकील नाडा को इस सस्पेंड पर जवाब देगा। उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं कि साइ ने इसे स्वीकृति दे दी। मैंने असल में अपनी योजना रद्द कर दी है। मैं अब ट्रेनिंग के लिए कहीं नहीं जा रहा हूं।
35 दिन की ट्रेनिंग के लिए जाने वाले थे बजरंग पूनिया
अपने कुश्ती की ट्रेनिंग के लिए बजरंग पूनिया पहले 35 दिन की ट्रेनिंग के लिए 24 अप्रैल को जाने वाले थे लेकिन एमओसी मीटिंग के बाद उन्होंने अपने प्लान को बदल दिया था जिसके वह 28 मई को रवाना होते। भारत को इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक में 67 किलोग्राम वेट कैटेगरी में ओलंपिक कोटा हासिल नहीं हुआ है। वहीं बजरंग पूनिया अब इस सस्पेंड ऑर्डर के बाद ओलंपिक के लिए होने वाले ट्रायल्स में भी हिस्सा नहीं ले पाएंगे। ऐसे में भारत के लिए भी ये एक बड़ा झटका पेरिस ओलंपिक को लेकर माना जा रहा है।
(PTI INPUTS)
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