
चीन के किंगदाओ शहर में इस बार बैडमिंटन एशिया मिक्सड टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें भारतीय बैडमिंटन टीम का सफर क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जापान की टीम से मिली हार के साथ खत्म हो गया। पिछली बार जब भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था तो उसमें उन्होंने जापान को 3-0 से मात दी थी, लेकिन इस बार परिणाम बिल्कुल ही विपरीत देखने को मिला। भारतीय टीम के प्लेयर्स ने प्रदर्शन तो अच्छा किया लेकिन वह अपने से बेहतर रैंकिंग वाले प्लेयर्स के खिलाफ मुकाबला जीतने में कामयाब नहीं हो सकी।
ध्रुव और तनीषा की जोड़ी को मिली 2-1 से हार
क्वार्टर फाइनल में सबसे पहले भारत की तरफ से ध्रुव और तनीषा की जोड़ी आई जिनका मुकाबला जापान की वर्ल्ड नंबर 12 जोड़ी हिरोकी मिदोरिकावा और नात्सु साइटो से था। तीन सेट तक चले इस मैच में पहला सेट जहां जापान की जोड़ी ने 21-13 से अपने नाम किया तो वहीं दूसरे सेट को भारतीय जोड़ी 17-21 से अपने नाम करने में कामयाब रही। हालांकि तीसरे सेट में जापान की जोड़ी ने बेहतरीन वापसी करने के साथ 21-13 से उसे अपने नाम किया। ये मुकाबला तकरीबन 61 मिनट तक चला।
महिला और पुरुष एकल में मुकाबले में भी करना पड़ा हार का सामना
मिक्सड मुकाबले के बाद भारत की तरफ से महिला सिंगल्स में मालविका बंसोड़ का सामना वर्ल्ड नंबर 8 खिलाड़ी टोमोका मियाजाकी से हुआ। भारतीय शटलर को वर्ल्ड नंबर 31 की खिलाड़ी को दूसरे गेम में कड़ी टक्कर दी, लेकिन वह मुकाबला जीतने में कामयाब नहीं हो सकी और लगातार 2 सेट में उन्हें 12-21, 19-21 से मैच हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम 2-0 से पिछड़ गई थी और अब सभी की नजरें पुरुष सिंगल्स मैच पर टिकी हुईं थी जहां 31वीं रैंकिंग वाले एचएस प्रणॉय का मुकाबला जापान के केंटा निशिमोतो से था और उन्हें तीन सेट तक चले इस मैच में 21-15, 15-21 और 21-12 से हार का सामना करना पड़ा, जिससे भारतीय टीम सेमीफाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाई।
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