Neeraj Chopra vs Arshad Nadeem: नीरज चोपड़ा बनाम अरशद नदीम। पेरिस ओलंपिक में ये एक ऐसा मुकाबला था, जिसका इंतजार ठीक उसी तरह से हो रहा था, जैसा क्रिकेट मैच में होता है। भले ही नीरज चोपड़ा ने साल 2020 में टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन थ्रो का गोल्ड जीता हो, लेकिन इस बार उनके साथ साथ अरशद नदीम भी तगड़े दावेदार माने जा रहे थे। अरशद नदीम ने अपने दूसरे ही थ्रो में ओलंपिक का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया और गोल्ड भी अपने नाम किया। इस बीच मुकाबले के बाद अरशद नदीम ने नीरज चोपड़ा को लेकर भी अपनी बात रखी। इसके बारे में आपको आज जरूर जानना चाहिए।
हुसैन शाह के बाद ओलंपिक मेडल जीतने वाले पहले एथलीट
ओलंपिक के इतिहास में पाकिस्तान ने साल 1956 में पहला मेडल जीता था। इसके बाद लगातार कोई न कोई मेडल आता रहा। लेकिन विराम लगा साल 1996 के बाद। यानी 1996 से लेकर अब तक पाकिस्तान के पास कोई भी ओलंपिक मेडल नहीं था, लेकिन अब हो गया है और वो भी कोई छोटा मोट नहीं, बल्कि गोल्ड। अरशद नदीम पाकिस्तान के ऐसे पहले एथलीट बन गए हैं, जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता हो। पाकिस्तान ने हॉकी में गोल्ड जीते हैं, जो एक टीम इवेंट होता है। साल 1988 के सियोल ओलंपिक में मुक्केबाज हुसैन शाह के मिडिल-वेट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, इसके बाद अब अरशद नदीम ने पाकिस्तान के लिए व्यक्तिगत गोल्ड जीता है।
नीरज चोपड़ा पर भी बोले अरशद नदीम
पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम एक ही इवेंट में भिड़ रहे थे। इससे पहले ये दोनों एथलीट 9 बार आमने सामने आए हैं। खास बात ये है कि हर बार नीरज ने ही बाजी मारी है। ये पहली बार हुआ है, जब अरशद ने नीरज से बाजी मार ली। हालांकि नीरज ने भी सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने का काम किया है। जब अरशद नदीम से नीरज चोपड़ा से प्रतिद्वंद्विता को लेकर सवाल किया गया तो अरशद ने कहा कि जब क्रिकेट मैच या अन्य खेलों की बात होती है तो उसमें प्रतिद्वंद्विता शामिल होती है। यह दोनों देशों के लिए अच्छी बात है, जो हमारा और खेल के अपने आदर्श खिलाड़ियों का अनुसरण करके खेलों से जुड़ना चाहते हैं और अपने देश का नाम रोशन करना चाहते हैं। नदीम ने कहा कि पहले वह क्रिकेटर बनना चाहते थे और उन्होंने टेबल टेनिस में भी हाथ आजमाया था। उन्होंने कहा कि वह पहले क्रिकेटर थे और टेबल टेनिस भी खेली है। वे एथलेटिक्स की अन्य प्रतियोगिताओं में भी भाग लेते थे। लेकिन उनके कोच ने कहा कि जिस तरह की शारीरिक बनावट है, उससे भाला फेंक का अच्छा एथलीट बन सकते हैं। इसके बाद 2016 से अपना पूरा ध्यान भाला फेंक पर लगाया।
जल्द ही फिर आमने सामने होंगे अरशद और नीरज
अरशद नदीम और नीरज चोपड़ा जब भी आमने सामने होते हैं तो दोनों की कोशिश होती है कि एक दूसरे को पीछे किया जाए। लेकिन मैदान के बाहर दोनों काफी अच्छे दोस्त भी हैं। आपको शायद याद होगा कि कुछ महीने पहले जब नदीम ने एक अच्छा भाला खरीदने के लिए सोशल मीडिया पर पैसे जुटाने की अपील की तो चोपड़ा ने भी उनका समर्थन किया था। अभी नीरज और अरशद दोनों काफी युवा हैं और इस बात की पूरी संभावना है कि दोनों का आमना सामना फिर से होगा। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जब फिर से टक्कर होगी तो कौन बाजी अपने नाम करता है।
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