बेंगलुरू। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के युवा फॉरवर्ड खिलाड़ी शैलानंद लाकरा कोविड-19 के कारण मिले समय का उपयोग अपने विकास में करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। वह इस समय भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंगलुरु केंद्र में जारी राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, "27वें सुल्तान अजलान शाह कप में सीनियर टीम के साथ पदार्पण करने के बाद मैंने अपने आप से एक साल में दो टूर्नामेंट खेलने की उम्मीद लगाई थी, लेकिन हमारे देश में यह खेल इसी तरह से प्रतिस्पर्धी है। हमारे पास संभावित ग्रुप में कई शानदार खिलाड़ी हैं। मेरा लक्ष्य हमेशा से घरेलू टूर्नामेंट्स में लगातार अच्छा कर टीम में जगह बनाना होता है।"
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उन्होंने कहा, "इस महामारी ने मुझे मौका दिया कि मेरे पास बीते दो साल मैं क्या कर रहा हूं, इस पर दोबारा सोचने और विश्लेषण करने का समय था। साथ ही यह सोचने का कि मैं अपने करियर में आगे बढ़नेके लिए क्या कर सकता हूं। मैंने कोचिंग स्टाफ, खासकर मुख्य कोच ग्राहम रीड से भी बात की, जिन्होंने मुझे उन एरिया में को ढ़ूढ़ने में मदद की ,जहां सुधार करने की जरूरत है।"
शैलानंद ने कहा कि गोल स्कोरिंग ऐसी चीज है, जिस पर उन्हें काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मैंने अपने 12 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में मैंने एक फॉरवर्ड के तौर पर जितने गोल करने चाहिए थे वो नहीं किए। गोल स्कोरिंग ऐसी चीज है, जिस पर आपको लगातार काम करना होता है। मैं यही करने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे आस-पास यहां शिविर में कुछ शानदार खिलाड़ी हैं। मैं उनसे जितनी जानकारी हो लेने की कोशिश कर रहा हूं। साथ ही खेल के घर क्षेत्र में सुधार करने की कोशिश कर रहा हूं, जिसमें गोलस्कोरिंग भी शामिल है।"