फ्रांस की टीम ने फीफा विश्व कप 2018 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। फाइनल मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार विश्व कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इससे पहले टीम ने 1998 में पहली बार विश्व कप जीता था। इस खिताब को जीतने के साथ ही फ्रांस ने विश्व कप के सूखे को भी खत्म कर दिया है। फाइनल मुकाबले में फ्रांस की किस्मत का भी अच्छा साथ मिला और पहले दो गोल उन्हें क्रोएशियाई टीम की गलती से मिले। फ्रांस की टीम ने पहले हाफ में 2 और फिर दूसरे हाफ में भी 2 गोल कर इतिहास रच दिया।
फाइनल मैच में फ्रांस की जीत के हीरो रहे एंटोइन ग्रीजमैन, कीलियन एमबाप्पे और पॉल पोग्बा। तीनों ही खिलाड़ियों ने 1-1 गोल किए और टीम को एक गोल क्रोएशियाई खिलाड़ी के आत्मघाती गोल की मदद से मिला। इस जीत के साथ ही फ्रांस दुनिया की छठी टीम बन गई है जिसने विश्व कप को 1 से ज्यादा बार जीता है। फाइनल मुकाबले की बात करें तो फ्रांस को पहला गोल क्रोएशिया के मारियो मैंडजुकिक के आत्मघाती गोल के जरिए मिला।
हालांकि इसके बाद क्रोएशिया के इवान पेरिसिक ने गोल कर अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया। लेकिन हाफ टाइम से पहले क्रोएशियाई खिलाड़ियों ने पेनल्टी बॉक्स के अंदर गेंद पर हाथ लगा दिया। जिसके बाद वीएआर के जरिए फ्रांस को पेनल्टी मिल गई और ग्रीजमैन ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। इसके बाद हाफ टाइम तक स्कोर 2-1 था और फ्रांस की टीम मुकाबले में आगे चल रही थी।
हाफ टाइम के बाद फ्रांस के खिलाड़ियों (पॉल पोग्बा और कीलियन एमबाप्पे) ने जल्दी-जल्दी 2 और गोल कर अपनी टीम की जीत तय कर दी। इन दो गोलों ने क्रोएशिया के पहले विश्व कप जीतने के सपने को चूर-चूर कर दिया था। हालांकि आखिरी लम्हों में मैंडजुकिक ने गोल कर क्रोएशिया की उम्मीदों को जिंदा करने की कोशिश की लेकिन फ्रांस के डिफेंस ने उन्हें वापसी का कोई मौका नहीं दिया और क्रोएशिया को फाइनल में 2-4 से हार का सामना करना पड़ा।