फ्रांस की विश्व कप जीत का लाखों प्रशंसकों ने जहां सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया। वहीं, चैम्प्स एलिसीस एवेन्यु में दर्जनों युवाओं ने एक लोकप्रिय स्टोर की खिड़कियां तोड़ डालीं और लूटपाट की। स्की मास्क पहने लगभग 30 लोग पब्लिसिस ड्रग्सस्टोर में घुस गए और बाद में वाइन और शैम्पेन की बोतलें लेकर भाग गए। इस दौरान कुछ लोगों ने हंसते हुए मोबाइल पर अपना वीडियो भी बनाया। कुछ लोगों ने पुलिस बल पर बोतलें और कुर्सियां भी फेंकी जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। फ्रांस की टीम की जर्सी पहनकर आंख में आंसू भरे एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘ये जश्न मनाने का तरीका नहीं है।’’ (Also Read: फीफा विश्व कप की सभी खबरें पढ़ें)
इस जाने माने स्थल से जब लाखों प्रशंसक लौट गए तो पुलिस ने बाकी लोगों को हटाने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने साथ ही बताया कि फ्रांस के दक्षिणी शहर लियोन में पुलिस और लगभग 100 युवाओं के बीच झड़प हुई जब खुले में मैच की स्क्रीनिंग के दौरान युवा पुलिस के वाहन के ऊपर चढ़ गए। पुलिस ने युवओं को भगाने के लिए आंसू गैस का सहारा लिया लेकिन उन्होंने पुलिसकर्मियों पर चीजें फेंकनी शुरू कर दी और कचरा पेटियों में आग लगा दी। इसके बाद इस जगह पर भगदड़ मच गई। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मार्सिले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जहां झड़प में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
पूर्वी शहर नैंसी के फ्रोआर्ड इलाके में जश्न के दौरान मोटरसाइकिल सवार एक युक ने 1 लड़के और 2 लड़कियों को टक्कर मार दी जिससे को घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि दक्षिण पूर्वी शहर एनेसी में 50 साल के व्यक्ति की गर्दन टूटने से मौत हो गई। मैच खत्म होते ही जश्न मनाने के लिए ये व्यक्ति कम पानी वाली नहर में कूद गया था। उत्तरी फ्रांस के छोटे से कस्बे सेंट फेलिक्स में मैच खत्म होने के बाद जश्न के दौरान एक व्यक्ति की कार पेड़ से टकरा गई और उसकी मौत हो गई।
फ्रांस की दूसरी विश्व कप खिताबी जीत के बाद प्रशंसक सड़कों पर उतर आए और इनमें से कई झंडे लहरा रहे थे और धुएं वाले बम जला रहे थे। विश्व कप से जुड़ी गतिविधियों के लिए पेरिस में लगभग 4,000 पुलिस और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था और चैम्प्स एलिसीस एवेन्यु के आस पास कारों को आने से रोका गया था। साल 2015 से कई आतंकी हमलों के बाद फ्रांस को हाई अलर्ट पर रखा गया है और पिछले साल नये आतंकवाद रोधी कानून के तहत पुलिस को अतिरिक्त अधिकार दिए गए हैं।