भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने शनिवार को कहा कि टीम ने खिलाड़ियों का फिटनेस स्तर बेहतर करने का प्राथमिक लक्ष्य हासिल कर लिया है चूंकि कोरोना महामारी के बीच इस सत्र में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं हुई है। भारतीय टीम ने फरवरी से कोई मैच नहीं खेला है।
फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे से आने के बाद टीम यहां भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र पर शिविर में थी जो शनिवार को खत्म हो गया। मारिन ने कहा ,‘‘हमारा एक लक्ष्य फिटनेस का स्तर बेहतर करना था जो पूरा हो गया। पिछले कुछ सप्ताह में हमने जूनियर पुरूष टीम के साथ भी कुछ सत्र किये ताकि अपनी रफ्तार और कौशल को आजमाया जा सके। मैं टीम की प्रगति से बहुत खुश हूं।’’
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उन्होंने कहा ,‘‘हमने समय का पूरा उपयोग किया और हमारा फोकस ओलंपिक पर ही। उम्मीद है कि अगले साल की शुरूआत में कुछ अच्छे मैच खेल सकेंगे जिससे तैयारियों का आकलन हो जायेगा। इसके बाद हम ओलंपिक के लिये रणनीति बना सकेंगे।’’
कोच ने कहा कि खिलाड़ियों को ब्रेक से मानसिक थकान से उबरने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले साढे चार महीने में खिलाड़ियों ने बिना कोई शिकायत किये काफी मेहनत की है। चाहे बायो बबल में रहना हो या परिवार से इतनी दूर लंबे समय तक रहने की बात हो। मैं खिलाड़ियों के रवैये से बहुत खुश हूं। इस ब्रेक से उन्हें मानसिक थकान से उबरने में मदद मिलेगी।’’