केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने शनिवार को कहा कि अगर भारत को एक स्पोर्टिग नेशन बनना है तो देशवासियों को हमारे एथलीटों की मेहनत और उसके दम पर हासिल सफलता को सेलीब्रेट करना सीखना होगा। रविवार को आयोजित होने वाले एजेस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस नई दिल्ली मैराथन के लिए एथलीटों को बधाई और शुभकामना देते हुए खेल मंत्री ने कहा कि भारत में कुछ खेलों को छोड़कर बाकी के खेलों में लोकप्रियता हासिल करने वाले खिलाड़ियों को मान और सम्मान देने का चलन नहीं है, जो कि एक विडंबना है।
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की मौजूदगी में जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित समारोह में रिजिजू ने कहा, "भारत को फिट नेशन बनना होगा। हमें खेलों की अहमियत को समझना होगा। हमें खिलाड़ियों की मेहनत और उससे हासिल सफलता का जश्न मनाना होगा। हमें कुछ खेलों पर से अपना ध्यान हटाकर लम्बी दूरी और एथलेटिक्स की अन्य विधाओं में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को पहचाना और उन्हें मान देना होगा। तभी हम एक स्पोर्टिग नेशन बन सकेंगे।"
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रिजिजू ने कहा कि यह एक विडंबना है कि ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकीं पद्मश्री सुधा सिंह को लोग जानते तक नहीं हैं लेकिन सुधा जैसी एथलीट के निर्माण में असाधारण त्याग, बलिदान और मेहनत लगती है। खेल मंत्री के अनुसार ऐसे तमाम एथलीट हैं जो अपने दम पर देश का मान बढ़ाने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं और एक राष्ट्र के रूप में हमें उन खिलाड़ियों का मान-सम्मान करते हुए उनकी हौसलाअफजाई करनी होगी।
रिजिजू ने कहा, "सुधा की उपलब्धियां असाधारण हैं। मैं इनका नमन करता हूं। हमारे पास कई ऐसे एथलीट हैं, जिन्होंने असीम त्याग और मेहनत के दम पर खुद को देश का प्रतिनिधित्व करने के काबिल बनाया है और इस कारण वे मान और सम्मान के हकदार हैं। एक खेल मंत्री और देशवासी होने के नाते मैं इनका सम्मान करता हूं और हर देशवासी से गुजारिश करता हूं कि ऐसे तमाम एथलीटों को सम्मान से देखें, जो दिन-रात मेहनत करते हुए अपने परिवार, समाज, राज्य और देश का मान बढ़ाने में लगे हुए हैं।"
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खेल मंत्री के अनुसार देश में खेलो इंडिया और फिट इंडिया के माध्यम से फिटनेस और उत्कृष्ठता की बयार बह रही है और ऐसे में सभी देशवासियों को अपनी फिटनेस के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि फिटनेस उनकी कई समस्याओं का समाधान हो सकती है।
बकौल रिजिजू, "हम फिट होंगे तो बीमारियां हमसे दूर होंगी। हम वित्तीय रूप से मजबूत होंगे और खुश रहेंगे। खुशहाल व्यक्ति देश निर्माण में योगदान दे सकता है। जो बीमार रहते हैं वे सिर्फ अपने लिए सोच पाते हैं लेकिन जो फिट हैं वे अपने साथ-साथ दूसरों को भी फिट रहने के लिए प्रेरित करते हैं। हमारे पास खेलो इंडिया और फिट इंडिया के रूप में डबल इंजन वाला मंत्र है और इसका फायदा उठाकर हम समाज निर्माण में योगदान दे सकते हैं।"