हाई परफोर्मेंस निदेशक सेंटियागो नीवा ने कहा कि भारतीय मुक्केबाजों को एशियाई खेलों में प्रदर्शन से उनके वैश्विक स्तर का पता चलेगा। उन्होंने साथ ही कहा कि जकार्ता में मुक्केबाजों के प्रदर्शन में ड्रॉ अहम भूमिका निभाएगा। सात पुरुष और तीन महिला मुक्केबाजों की भारतीय टीम को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ और स्पोर्ट्स इंडिया ने आधिकारिक विदाई दी। टीम कल जकार्ता के लिए रवाना होगी। नीवा ने कहा, ‘‘अब हमें पता चलेगा कि हम कितने अच्छे हैं। ये परीक्षा होगी और हमें पता चलेगा कि हम किस स्तर पर हैं क्योंकि वहां कुछ मजबूत देश शिरकत करेंगे।’’
दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 में हुए पिछले एशियाई खेलों में भारतीय मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण और चार कांस्य पदक सहित कुल पांच पदक जीते थे। नीवा ने कहा, ‘‘ड्रॉ काफी बड़ा होगा और निश्चित तौर पर ये अहम होगा। लेकिन हमने इतनी प्रगति की है कि सुनिश्चित करें कि यह बड़ा मुद्दा नहीं हो। लेकिन यह इतना आसान नहीं होने वाला।’’
बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने याद दिलाया कि कजाखस्तान और उज्बेकिस्तान की मौजूदगी में राह आसान नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘‘मत भूलिये ये राष्ट्रमंडल खेल नहीं हैं। वहां बड़े देश खेलने आएंगे। लेकिन मुझे उम्मीद है कि प्रत्येक मुक्केबाज पदक के साथ लौटेगा।’’