सूझोऊ (चीन)। भारतीय फुटबाल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने चीन के खिलाफ ऐतिहासिक दोस्ताना मुकाबले में गोलरहित ड्रॉ खेलने के बाद कहा है कि अब उनकी टीम को हराना मुश्किल है। भारत ने यहां सूझोऊ ओलम्पिक स्पोर्ट्स सेंटर स्टेडियम में खेले गए दोस्ताना मुकाबले में मेजबान चीन को गोलरहित ड्रॉ पर रोक दिया।
कांस्टेनटाइन ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने पिछले चार वर्षो में यह दिखा दिया है कि हमें हराना मुश्किल है। एशिया की अन्य टीमों के मुकाबले हमारे उतनी अच्छी स्तरीय टीम नहीं है। लेकिन एशिया में किसी भी टीम के खिलाफ होने वाले मैच के लिए मैं शारीरिक और मानसिक रूप से टीम के साथ खड़ा हूं। खिलाड़ियों ने आज शानदार खेल का प्रदर्शन किया।"
भारत ने 21 वर्षो बाद फुटबाल के मैदान पर चीन का सामना किया। अब तक यह दोनों टीमें 18 बार एक-दूसरे से भिड़ चुकी हैं जिसमें से चीन ने 12 मुकाबलों में जीत दर्ज की है जबकि छह मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।
उन्होंने कहा, "यह काफी रोमांचक मैच था। दोनों टीमों ने गोल करने के प्रयास किए। निश्चित रूप से, चीन ने अधिक मौके बनाए जिसकी हमें उम्मीद थी। हम यहां अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आए थे। हमारे लिए सबसे बड़ी बात यह रही कि हमने फुटबाल के उस स्तर का प्रयोग किया जो हमें एएफसी एशियन कप-2019 में सामना करना है।"
चीन की सरजमीं पर भारत की सीनियर टीम ने पहली बार कोई फुटबाल मैच खेला है। भारतीय कोच ने खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा, "यह मेरी नीति है कि युवाओं को अधिक मौका दिया जाए। मुझे लगता है कि गुरप्रीत ने शानदार प्रदर्शन किया। वह तीन साल नार्वे में थे और उन्होंने आज अहम भूमिका निभाई।"