विश्वनाथन आनंद ने दो दिन पहले रैपिड वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनिशप में कांस्य पदक अपने नाम किया। ब्लिट्ज वर्ग में पहले दिन निराशाजनक शुरुआत के बाद उन्होंने अंतिम दिन फ्रांस के मैक्सिम वाचियर लाग्रेव पर जीत दर्ज की। पहले दिन उन्हें रूस के इयान नेपोमनियाच्ची से हार का मुंह देखना पड़ा था।
नॉर्वे के विश्व क्लासिकल चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने फिर खुद को साबित करते हुए अंतिम दिन जीत दर्ज की। आखिरी दिन से पहले कार्लसन के 11 दौर के बाद 7 अंक थे और इस चैंपियन ने अंतिम दिन 10 में से नौ अंक जीतकर कुल 16 अंक जुटा लिए। आनंद के भी 7 अंक थे लेकिन अंतिम 10 गेम में वो 7.5 अंक जुटा सके जिससे वह रूस के सरगेई कारजाकिन के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर आ गए।
कारजाकिन अंतिम दिन केवल 5.5 अंक ही जुटा सके जिससे उनके कुल अंक आनंद की तरह 14.5 रहे। लेकिन आनंद का ये प्रयास शानदार रहा जो इस महीने के शुरू में लंदन शतरंज क्लासिक में अंतिम स्थान पर रहे थे। पांच बार के क्लासिकल वर्ग के विश्व चैम्पियन ने अपने आलोचकों को गलत साबित करते हुए साल का अंत शानदार ढंग से किया।
अन्य भारतीयों में पी हरिकृष्णा और विदित गुजराती ने अच्छा किया दोनों के 12.5 अंक रहे, बी अधिबान ने 11 जबकि सूर्य शेखर गांगुली और एस पी सेतुरमन ने 10 अंक जुटाए।