कोलकाता। स्कूल की पोशाक में पीठ पर बस्ता लादे रास्ते में समरसाल्ट करने वाले लड़के और लड़की को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के पूर्वी केंद्र में पूर्णकालिक प्रशिक्षु बनाया गया है। इन दोनों के समरसाल्ट से महान जिम्नास्ट नादिया कोमानेची भी प्रभावित हुई थी।
ग्यारह साल की जाशिका खान और 12 साल के मोहम्मद अजाजुद्दीन का समरसाल्ट और कार्टव्हीलिंग करते हुए वीडियो उस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जब कोमानेची ने ट्वीट किया, ‘‘यह शानदार है।’’
इसके एक हफ्ते के भीतर साइ के पूर्वी केंद्र ने बुधवार को दोनों को ट्रायल के लिए बुलाया। साइ के क्षेत्रीय निदेशक मनमीत सिंह ने पीटीआई को बताया, ‘‘वे नैसर्गिक जिम्नास्ट हैं। साइ को इनके जैसे बच्चों की जरूरत है जिनकी गंभीर रुचि हो और ऐसे लोगों की नहीं जिन्हें बाध्य करके लाया जाए। उनकी रुचि देखकर हमें काफी खुशी हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे हास्टल में रहेंगे। उन्हें अन्य लोगों की तरह सभी सुविधाएं मिलेंगी। क्वालीफाइड जिम्नास्टिक कोच उन्हें ट्रेनिंग देंगे। हम बीज बो रहे हैं और हम अपनी सफलता को लेकर आशांवित हैं।’’