पहलवान से अभिनेता बने दारा सिंह ने यूं तो कई कुश्तियां जीती हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़ूंख़ार पहलवान किंग कॉन्ग के साथ उनके एक मुक़ाबले को हमेशा याद किया जाएगा. ये ऐतिहासिक मुक़ाबला इसलिए यादगार है क्योंकि दारा सिंह किंग कॉन्ग से वज़न के मामले में आधे थे. इस मुक़ाबले में किंग कॉन्ग दारा सिंह से इतना घबरा गया था कि वह रैफ़री के पीछे छुप गया था.
दरअसल हुआ यूं कि दारा सिंह ने किंग कॉन्ग को उठाकर हवा में लहरा दिया था. इस दांव से वह इतना घबरा गया कि चिल्ला चिल्लाकर रैफ़री से मदद मांगने लगा. इससे वह इतना घबरा गया कि रेफरी से मदद के लिए चिल्लाने लगा। जब रेफरी दारा सिंह को रोकने के लिए आगे आया तो दारा सिंह ने कॉन्ग को हवा में घुमा कर रिंग के बाहर फेंक दिया. वह दर्शकों से महज़ कुछ ही दूर जाकर गिरा. इसके बाद दारा सिंह हीरो बन गए थे.
कॉन्ग और दारा सिंह के अलावा फ्लैश गॉर्डन तीसरा ऐसा पहलवान था जिसने रिंग में राज किया. उस वक्त माना जाता था कि इन तीनों पहलवानों को हराना असंभव है. यही वजह थी कि इन तीनों को मुकाबला करते देखने के लिए बेहिसाब भीड़ जुटती थी. जहां तक डाइट की बात है तो दारा सिंह ढेरों रोटियां खाया करते थे और उधर किंग कॉन्ग कई दर्जन चिकन उड़ा देता था. दारा सिंह ने तकरीबन 500 प्रोफेश्नल फाइट्स कीं और वह इन सभी फाइट्स में जीते. उन्होंने ‘रुस्तम-ए-पंजाब’ और ‘रुस्तम-ए-हिंद’ जैसे खिताब अपने नाम किए और पहलवानी के क्षेत्र में भारत ही नहीं दुनिया भर में अपना नाम किया.
हलवानी के क्षेत्र में बेहिसाब नाम कमाने के बाद दारा छोटे और बड़े पर्दे पर भी नजर आए। उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में हनुमान का रोल किया था जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। साथ ही बड़े पर्दे की बात करें तो फौलाद और कॉन्ग जैसी फिल्मों में उनका काम काबिल-ए-तारीफ रहा. वह 12 जुलाई 2012 को हमें छोड़ कर चले गए थे.