सोशल मीडिया से सुर्खियों में आये कम्बला रेसर श्रीनिवास गौडा ने ट्रेक पर दौड़ने के लिए 1 महीने का समय मांगा है, बफैलो के साथ दौड़ने वाली कम्बला रेस में श्रीनिवास ने 142.5 मीटर की दूरी 13.62 सेकंड में पूरी की थी, इस हिसाब से अनुमान लगाया गया कि वो दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट से भी तेज दौड़ सकते हैं, खेल मंत्री किरण रिजिजू ने आज उन्हें SAI में ट्रायल्स के लिए बुलाया था, आज श्रीनिवास गौडा बेंगलुरु तो आये लेकिन ट्रायल्स में हिस्सा लेने की बजाय इस प्रस्ताव पर विचार के लिए एक महीने का समय मांग लिया, कर्नाटक के CM बीएस येदयुरप्पाने भी श्रीनिवास का हौसला बढ़ाया उन्हें लाख रुपये का इनाम सरकार की ओर से दिया गया, वहीं खेल मंत्री शिवराम हेब्बार ने भी श्रीनिवास को भी 2 लाख का इनाम देने की बात कही है।
श्रीनिवास गौडा का कहना है कि वो ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि ट्रेक पर वो किस तरह परफॉर्म कर पाएंगे, फिलहाल एक महीने तक कम्बला रेस चालू रहेगा उसके बाद ही वे एथलीट बनने के बारे में कोई फैसला लेंगे।
श्रीनिवास गौडा ने "मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मुझे सरकार ने बुलाया है मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं लेकिन फिलहाल अगले 1 महीने तक कम्बला है, उसके बात सर से बात करके इस बारे में सोचूँगा।"
उन्होंने आगे कहा "आज तक मैंने जूते पहनकर रेस नहीं की है, बचपन से ही दलदल में नंगे पैर दौड़ा हूं, कम्बला रेस में भी इसी तरह रिकॉर्ड्स बनाये हैं, अगर मुझे स्पेशल ट्रैनिंग मिले तो मैं कोशिश कर सकता हूँ, मेरी इच्छा है कि मैं ट्रेक एंड फील्ड में भी दौडूं लेकिन उसके लिए ट्रैनिंग करनी होगी फिलहाल कम्बला चल रहा है कि इसीलिए अभी ये सम्भव नहीं है।"
इसी के साथ उन्होंने कहा "ट्रेक में दौड़ने वाले कम्बला में नहीं दौड़ पाए, मेरी अकेडमी से भी कईयों ने कोशिश की थी लेकिन 10 मीटर भी नहीं दौड़ पाए, ये सही है कि बफ़ेलो की रफ्तार से हमें वेग मिलता है लेकिन जब तक हम बफैलो को सही तरीके से नहीं हैंडल करेंगे और अगर हम सही तालमेल से उसके साथ नहीं दौड़ेंगे वो भी नहीं दौड़ेगा।"
श्रीनिवास के कोच और कम्बला एकेडमी के फाउंडर चेयरमैन गुणपाल कदम्बा ने कहा कि 7 मार्च तक कम्बला प्रतियोगिता चलेगी तब तक आना मुश्किल है उसके बाद अगर सम्भव हुआ तो ट्राइल्स के लिये श्रीनिवास आएंगे, उन्होंने कहा हमारे और श्रीनिवास के मन में भी यही चल रहा है कि अभी कम्बला फील्ड में श्रीनिवास टॉप पर है खूब पैसा भी कमा रहा है लेकिन ये फील्ड बदलकर एथलीट बनने के बाद उनका क्या होगा ये हम भी नहीं जानते, SAI से बात करेंगे कि उसके फ्यूचर को लेकर क्या वो कोई गारंटी देंगे। उसके बाद ही हम निर्णय करेंगे।
SAI के सीनियर डायरेक्टर कैप्टन अजय सिंह बहल ने कहा कि अगर श्रीनिवास आते हैं तो उन्हें हर सम्भव मदद दी जाएगी। अजय सिंह बहल ने कहा "कुछ कमिटमेंट्स की वजह से श्रीनिवास फिलहाल व्यस्त हैं वो जब भी हमारे पास आएंगे, उनकी प्रतिभा को किस तरह और निखारा जाए इस पर हम काम करेंगे, अगर सम्भव हुआ तो वो ट्रेक पर अपना बेस्ट दे पाए इसकी कोशिश हम करेंगे, अगर वो देश का नाम करता है तो हमें बेहद खुशी होगी।"
उन्होंने कहा "भले ही खेल मंत्री ने श्रीनिवास को ट्रेक पर धावक बनने का खुला मौका दिया है लेकिन श्रीनिवास और उनके कोच को भी ये मालूम है कि जिस कम्बला खेल में उन्हें महारत हांसिल है वो ट्रेक एंड फील्ड से बिल्कुल अलग है, श्रीनिवास को इस बात का भी डर है कि अगर वो ट्रेक एंड फील्ड में विफल हो जाते हैं तो कम्बला में भी उनकी शोहरत पर असर पड़ेगा इसीलिये इस बात सम्भावना कम ही है कि वे सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे।"