नई दिल्ली: दुनिया के सबसे तेज धावक माने जाने वाले उसेन बोल्ट अपने करियर के आखिरी गोल्ड से चूक गए। वह लंदन में चल रहे ईएएएफ विश्व चैंपियनशिप में अपने खिताब को नहीं बचा पाएं, उन्हें ब्रांन्ज़ मेडल में ही संतोष करना पड़ा। (टीम इंडिया के इस खिलाड़ी से हारे उसेन बोल्ट, लिया संन्यास)
आपको बता दे कि लंदन के ओंलपिक स्टेडियम में चल रहे विश्व एथलिक्स चैंपियनशिप में बोल्ट ने अपने करियर के आखिरी रेस में हिस्सा लिया। लेकिन उनका गोल्ड का पना टूट गया। उन्हें अमेरिका के दो धावकों ने पीछे छोड़ते हुए गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत लिया।
100 मीटर की दूरी जस्टिन गैटलिन ने 9.92 सेकंड में तय करके गोल्ड मेडल को अपने नाम किया। वहीं क्रिस्टियन कोलमैन ने 9.94 सेकंड में रेस पूरी करते हुए सिल्वर मेडल और उसैन बोल्ट ने 9.95 सेकंड में रेस खत्म करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।
बोल्ट ने सेमीफाइनल में 9.98 सेकंड का समय लेते दूसरा स्थान प्राप्त किया था और फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल में सिल्वर मेडल जीतने वाले क्रिस्टियन कोलमैन 9.97 सेकंड के साथ पहले और गोल्ड हासिल करने वाले गैटलिन 10.09 सेकंड के साथ सेमीफाइनल में छठे स्थान पर रहे थे।
बोल्ट ने 9.58 सेकेंड में 100 मीटर रेस पूरी की थी। इसके अलावा 200 मीटर में 19.19 सेकेंड के साथ वह वर्ल्डरिकॉर्ड अपने नाम रखे हुए हैं। इसके साथ ही बोल्ट के नाम चार गुणा 100 मीटर का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
आपको बता दें कि बोल्ट ने बीजिंग (2008), लंदन (2012) और रियो (2016) ओलिंपिक खेलों में 100, 200 तथा चार गुणा 100 मीटर रिले का गोल्ड जीता था।