सारांस्क (रूस): ट्यूनीशिया ने गुरुवार देर रात फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में मारडोविया एरिना में खेले गए ग्रुप-जी के अपने आखिरी मैच में पनामा को 2-1 से मात देकर टूर्नामेंट का अंत जीत के साथ किया। वहीं पहली बार विश्व कप में क्वालीफाई करने वाली पनामा इस बड़े टूर्नामेंट में एक भी जीत हासिल किए बिना विदाई ले रही है। वह इस विश्वकप में सिर्फ दो गोल कर पाई।
यह ट्यूनीशिया की भी इस विश्व कप में पहली जीत है। उसने ग्रुप दौर का अंत तीन मैचों में दो हार एक जीत के साथ तीन अंक हासिल कर तीसरे स्थान पर रहते हुए किया है। पनामा को तीनों मैचों में हार मिली और इसलिए वो चौथे स्थान पर रही।
दोनों टीमें पहले ही अंतिम-16 की दौड़ से बाहर हो चुकी थीं और इस मैच में जीत हासिल करते हुए घर जाना चाहती थीं। दोनों टीमों में शुरू से अच्छी फुटबाल खेली और एक दूसरे को अच्छी टक्कर दी। ट्यूनीशिया हालांकि ज्यादा मौके बना रही थी।
उसने शुरूआत में कुछ अच्छे मौके बनाए जो अंजाम तक नहीं पहुंच सके। पनामा कोशिश में थी कि वह ट्यूनीशिया के डिफेंस को भेद पाए लेकिन अधिकतर दफा उसका पेनाल्टी एरिया में जाना भी मुश्किल हो रहा था। आखिराकार मैच का पहला गोल पनामा के हिस्से ही आया।
यह आत्मघाती गोल था। जिसने पनामा को बढ़त दिला दी थी। 33वें मिनट में जोस लुइस रोड्रीगेज ने बॉक्स के बाहर से गेंद को गोल पोस्ट में डालाना चाहा। बीच में ट्यूनीशिया के खिलाड़ी यासिने मेरिहा खड़े थे। गेंद मेरिहा से टकरा कर नेट में चली गई और पनामा को 1-0 की बढ़त मिल गई।
ट्यूनीशिया के पास बराबरी करने का सबसे अच्छा मौका 41वें मिनट में आया। वहाबी खजारी को दाएं तरफ बॉक्स में गेद मिली। उन्होंने एक शॉट में उसे गोलपोस्ट में भेजना चाहा लेकिन गेंद गोलपोस्ट के ऊपर से बाहर चली गई।
ट्यूनीशिया को हालांकि बराबरी का गोल करने का ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। उसका आक्रामक खेल रंग लाया और 51वें मिनट में खजारी से मिली गेंद को बेन युसूफ ने नेट में डाल अपनी टीम को बराबरी दिलाई। 64वें मिनट में पनामा ने बढ़त ले होती। इन मौके को हालांकि ट्यूनीशिया के गोलकीपर ने लगातार दो प्रयासों को विफल करते हुए जाया कर दिया।
पहले हाफ में गोल करने का साफ मौका गंवाने वाले खजारी ने अपने पास आए दूसरे मौके को छोड़ा नहीं और 66वें मिनट में ट्यूनीशिया को 2-1 से आगे कर दिया। क्वेसेमा हदादी ने बॉक्स के बाएं कोने से गेंद दाईं तरफ डाली जिसे खजारी ने अपने पैर के इशारे से नेट में भेज ट्यूनीशिया के खाते में दूसरा गोल डाला। यहां से पनामा ने बराबरी करने की काफी कोशिश की जिसमें वो सफल नहीं हो सकी।