भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में इतिहास रचते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। चानू ने 49 किलो ग्राम वर्ग में 202 के कुल वजन के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया। ओलंपिक के इतिहास में चानू दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी है जिन्होंने वेटलिफ्टिंग में भारत को मेडल दिलाया है। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
चीन की होऊ झिऊई ने कुल 210 किग्रा (स्नैच में 94 किग्रा, क्लीन एवं जर्क में 116 किग्रा) से गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने कुल 194 किग्रा का वजन उठाकर ब्रांज मेडल जीता।
चानू ने अपने पहले प्रयास में स्नैच में 84 किलो ग्राम का भार उठाया जबकि दूसरे प्रयास में 87 किलो ग्राम उठाया। हालांकि तीसरे प्रयास में वह 89 किलो नहीं उठा सकी।
क्लीन एंड जर्क के दूसरी कोशिश में मीराबाई 115 किग्रा उठाने में कामयाब रहीं। हालांकि वह तीसरी कोशिश में नाकाम रहीं और गोल्ड की दौड़ से बाहर हो गईं।
चानू साल 2014 में ग्लासगो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल और वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। गौरतलब है कि वेटलिफ्टिंग में एक खिलाड़ी को स्नैच और क्लीन एंड जर्क में 3-3 मौके मिलते हैं। स्नैच में सबसे ज़्यादा वजन उठाने वाले प्रयास और क्लीन एंड जर्क में सबसे ज़्यादा वजन उठाने वाले प्रयास को जोड़ा जाता है। इसके बाद कुल वजन के आधार पर विजेता का ऐलान होता है।