भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में शनिवार को स्वर्ण पदक जीता और भारत के एथलेटिक्स में पदक का 100 साल का सूखा खत्म किया। 23 वर्षीय नीरज ने क्वॉलीफिकेशन राउंड में सबसे सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया था। उनका थ्रो 87.58 मीटर का था।
1920 बेल्जियम ओलंपिक में भारत की ओर से तीन ट्रैक एंड फील्ड एथलीट्स और दो पहलवानों ने हिस्सा लिया था। तब से आज तक किसी भी भारतीय ने एथलेटिक्स में मेडल नहीं जीता था।
भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा 2018 एशियन गेम्स और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उनका विनिंग थ्रो 88.06 था। चोपड़ा के नाम गुवाहाटी में हुए 2016 साउथ एशियन गेम्स और 2016 वर्ल्ड टू20 चैंपियनशिप्स में स्वर्ण पदक है। उन्होंने 2017 में भी एशियन चैंपियनशिप्स में भुवनेश्वर में गोल्ड जीता था। फिर 2018 में भी उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
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अभिनव बिंद्रा के बाद नीरज चोपड़ा पहले ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने इंडिवीजुअल स्पोर्ट में स्वर्ण पदक जीता है। शूटर अभिनव बिंद्रा ने साल 2008 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था।