नीरज चोडपड़ा ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारत के मरहूम धावक मिल्खा सिंह को याद किया। मिल्खा सिंह का देहांत कोरोनावायरस के कारण हुआ था। द फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह ने हमेशा ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सपना देखा था।
मिल्खा सिंह 1960 में ट्रैक एंड फील्ड में भारत के लिए पहला पदक जीतने से चूक गए थे। वे चौथे स्थान पर रहे थे। फिर उन्होंने चाहा था कि वो भारत के किसी भी एथलीट को ओलंपिक गोल्ड जीतते हुए देखें। आज नीरज चोपड़ा ने ट्रैक एंड फील्ड में स्वर्ण जीत कर इतिहास रचा है।
पदक जीतने के बाद, भारतीय भालाफेंक एथलीट नीरज ने अपना पदक मिल्खा सिंह को समर्पित कर दिया। 23 वर्षीय चोपड़ा ने स्वर्ण जीतने के बाद मीडिया से बात की और कहा, "मैं ये पदक मिल्खा सिंह को समर्पित करता हूं। वो जहां भी हैं, मुझे उम्मीद है कि वो मुझे देख रहे हैं।"
Tokyo Olympics 2020 : नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतने के बाद कही ये बात
गौरतलब है कि मिल्खा सिंह का देहांत जून 2021 को हुआ था। नीरज चोपड़ा का बेस्ट थ्रो 87.58 मीटर का था और इसी के दम पर उनको गोल्ड मेडल मिला है।