भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा, मीराबाई चानू, रवि दहिया, पीवी सिंधु, लवलीना बोरगोहेन, बजरंग पुनिया और भारतीय पुरुष हॉकी टीम को यहां अशोका होटल में सम्मानित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक भी मौजूद थे।
सभा को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा, "भारत का लक्ष्य एक खेल महाशक्ति बनना है। हमें सभी हितधारकों को एक साथ आने की जरूरत है। खेल एक राज्य का विषय है। पीएम मोदी के तहत, हमने टॉप्स योजना शुरू की है। मुझे खुशी है कि आप में से अधिकांश ने महामारी के दौरान भी इसका लाभ उठाया।"
टोक्यो में, भारत ने सात पदक जीते। इसमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य शामिल है। यह ओलंपिक से उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने भी देश के खिलाड़ियों की इस मेगा स्पोटिर्ंग इवेंट में उनके प्रदर्शन के लिए प्रशंसा की।
बत्रा ने कहा, "ओलंपिक से पहले कोविड-19 के कारण देश में काफी निराशा थी। लेकिन टोक्यो ओलंपिक में आपके (एथलीटों) के प्रदर्शन ने सब कुछ बदल दिया है और आप 1.3 अरब लोगों के लिए मुस्कान लाए हैं।"
आईओए ने ओलंपिक चैंपियन नीरज को 75 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को 50-50 लाख रुपये मिले। जबकि कांस्य पदक विजेता शटलर पीवी सिंधु, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और पहलवान बजरंग पुनिया को 25 लाख रुपये मिले। कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के प्रत्येक सदस्य को 10-10 लाख रुपये मिले।
स्वर्ण विजेता चोपड़ा के कोच को 12.5 लाख रुपये, जबकि दहिया और चानू के कोचों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। कांस्य विजेताओं के कोच को 7.5 लाख रुपये दिए गए।
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यह भी घोषणा की गई कि सभी 128 टोक्यो ओलंपियनों को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, पदक विजेता राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को प्रत्येक को 30 लाख रुपये के चेक प्रदान किए गए।