म्यूनिख। जर्मनी के दिग्गज खिलाड़ी थॉमस मुलर का कहना है कि उनके देश की फुटबाल टीम में नस्लभेद कोई मुद्दा नहीं है और यह विवाद सिर्फ मीडिया की उपज है ताकि उन्हें अधिक मसाला मिल सके। 'गोल डॉट कॉम' के अनुसार, इंग्लिश क्लब आर्सेनल से खेलने वाले 29 वर्षीय मिडफील्डर ओजिल ने अपने खिलाफ हुए नस्लीय व्यवहार के कारण अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास ले लिया। ओजिल तुर्की मूल के जर्मन खिलाड़ी हैं।
मुलर ने कहा, "इस चर्चा की शुरूआत बाहरी लोगों ने की थी। बेशक, जर्मन फुटबाल संघ (डीएफबी) के कुछ एग्जीक्यूटिव और खिलाड़ी भी इसका हिस्सा थे। लेकिन असल में इस विवाद को मीडिया द्वारा कवरेज हासिल करने के लिए बढ़ाया गया।"
उन्होंने कहा, "डीएफबी इस मामले में शांति बनाए रखना चाहता है, लेकिन मीडिया बार-बार सवाल पर सवाल किए जा रहा है। इस मुद्दे को जरूरत से ज्यादा बढ़ाया गया और अब आप इसका परिणाम देख सकते हैं। अखबार बेचने के लिए यह शानदार मुद्दा है लेकिन खिलाड़ी जानते हैं कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। इसका अंत कर हमें अब फुटबाल पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि राष्ट्रीय टीम में नस्लभेद कोई मुद्दा नहीं है।"
ओजिल ने तुर्की के राष्ट्रपति रीसेप तैयप एर्दोगन के साथ फोटो खिंचाई थी जिसके कारण विवाद शुरू हुआ और जर्मनी के 2018 फीफा विश्व कप के ग्रुप स्तर से बाहर होने बाद उन्हें धमकियां दी गई और उन पर नस्लभेदी टिप्पणियां की गईं।