14 जून से शुरू हो रहे फीफा विश्व कप में इस बार हर किसी की नजरें टिकी होंगी। 1 महीने तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 32 टीमें भाग ले रही हैं और हर टीम का इरादा दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल के सबसे बड़े टूर्नामेंट को जीतने का होगा। जर्मनी की टीम डिफेंडिंग चैंपियन है और टीम इस बार अपने खिताब की रक्षा करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार के विश्व कप में कई रिकॉर्ड बन और टूट सकते हैं। आइए एक नजर डालते हैं उन रिकॉर्ड्स पर जो इस बार बन सकते हैं।
सबसे बुजुर्ग खिलाड़ी का रिकॉर्ड: फीफा विश्व कप में सबसे ज्यादा उम्र में कोई मैच खेलने का रिकॉर्ड कोलंबिया के फरीद मोंद्रागन (43 साल, 3 दिन) के नाम है। उन्होंने ये रिकॉर्ड पिछले साल ही बनाया था। फरीद से पहले इस रिकॉर्ड के मालिक रोजर मिला थे। लेकिन इस बार इजिप्ट के गोलकीपर इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। एसम अल हैदरी की उम्र 45 साल से ज्यादा है और उन्हें इजिप्ट की टीम में जगह दी गई है। पूरी संभावना है कि उन्हें प्लेइंग इलेवन का हिस्सा जरूर बनाया जाएगा।
दूसरा विश्व कप जीतने में सबसे ज्यादा समय: दो बार विश्व कप जीतने के बीच के सबसे ज्यादा अंतर का रिकॉर्ड इटली के नाम है। इटली ने पहली बार 1938 और दूसरी बार 1982 में विश्व कप जीता था। इटली ने 44 साल के बाद दूसरा विश्व कप जीता था। इस बार इटली फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर सकी है। वहीं, इस साल ये रिकॉर्ड दो टीमें बना सकती हैं। ये टीमें हैं उरुग्वे और इंग्लैंड। उरुग्वे ने 1950 के बाद से विश्व कप नहीं जीता है। वहीं, इंग्लैंड की टीम 1966 के बाद से विश्व कप नहीं जीत सकी है। ऐसे में अगर इनमें से कोई भी टीम विश्व कप जीतती है तो ये रिकॉर्ड भी टूट जाएगा।
पेनल्टी शूटआउट में सबसे ज्यादा जीत, हार का रिकॉर्ड: पेनल्टी शूटआउट में सबसे ज्यादा जीत के मामले में जर्मनी और अर्जेंटीना सबसे आगे हैं। दोनों के नाम 4 बार पेनल्टी शूटआउट में जी हासिल करने का रिकॉर्ड है। वहीं, पेनल्टी शूटआउट में सबसे ज्यादा हारने का रिकॉर्ड इंग्लैंड और इटली के नाम है। इटली इस विश्व कप का हिस्सा नहीं है और अगर इंग्लैंड एक भी मैच पेनल्टी शूटआउट में हारता है तो वो इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर लेगा।