सोचि: फीफा विश्व कप का 21वां सीजन धीरे-धीरे अपने असल रंग में आ रहा है। ग्रुप दौर खत्म हो चुका है और शनिवार से नॉकआउट दौर शुरू हो रहा है और अंतिम-16 के मैच में फिश्ट स्टेडियम में पुर्तगाल का सामना दो बार की विश्व विजेता उरुग्वे से होगा। कायदे से असल विश्व कप की शुरुआत प्री-क्वार्टर फाइनल से हो रही है। यहां किसी भी टीम को दोबारा मौका नहीं मिलने वाला है। एक हार और विश्व विजेता बनने का सफर खत्म। ऐसे में हर टीम कदम फूंक-फूंक कर रखेगी और अपनी रणनीति पर पूरी मशक्कत करेगी।
पुर्तगाल और उरुग्वे भी जानती हैं कि अब सिर्फ जीत ही उन्हें विश्व कप की रेस में बनाए रख सकती है। विश्व कप में पहली बार है, जब ये दोनों टीमें आमने-सामने हो रही हैं। वैसे कुल तीन बार ये दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुके हैं।
दोनों टीमें एक-दूसरे की क्षमता को जानती हैं, इसलिए बेहद अहम मैच में विपक्षी टीम को हल्के में लेने की गलती नहीं करेंगी।
पुर्तगाल के पास अभी तक विश्व कप की ट्रॉफी नहीं आई है। इस समय उसकी टीम में विश्व फुटबॉल के महान खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं और उन्हीं के दम पर पुर्तगाल विश्व कप जीतने का सपना देख रही है। लेकिन सिर्फ रोनाल्डो पर निर्भर रहना उसे भारी पड़ सकता है।
टीम ने हालांकि मैच दर मैच अपने खेल में सुधार किया है और बाकी खिलाड़ियों ने भी टीम में अपना योगदान दिया है। गोल हालांकि रोनाल्डो ने ही ज्यादा किए हैं। उन्होंने अभी तक चार गोल किए हैं, जबकि पूरी टीम ने ग्रुप दौर में पांच गोल दागे हैं। पुर्तगाल की आक्रमण पंक्ति मजबूत हुई है और यही उरुग्वे के लिए खतरा बन सकती है।
वहीं अगर उरुग्वे की बात की जाए तो टीम का दोरामदार हमेशा की तरह लुइस सुआरेज और एडिन कवानी पर होगा। इन दोनों के अलावा टीम की ताकत उसका डिफेंस रहा है। उरुग्वे ने ग्रुप दौर के तीन मैचों में एक भी गोल नहीं खाया। यह बताता है कि उसकी रक्षापंक्ति कितनी सफल रही है। हालांकि ग्रुप दौर में मिस्र को छोड़कर कोई भी ऐसी टीम नहीं थी, जिसका अटैक बेहद मजबूत हो या उसके पास विश्व का दिग्गज खिलाड़ी है। मिस्र में हालांकि मोहम्मद सलाह थे जिनको उरुग्वने रोके रखा था।
अब उसके डिफेंस के सामने रोनाल्डो की बेहद मजबूत चुनौती है जो कहीं से भी किसी भी वक्त गोल करने का माद्दा रखते हैं। उरुग्वे के कोच ऑस्कर तबारेज ने रोनाल्डो के लिए रणनीति तैयार कर ली होगी। अब देखना यह है कि उनकी रणनीति कितनी कारगर साबित होती है और उनके खिलाड़ी उस रणनीति को मैदान पर लागू कर पाते हैं या नहीं।
वहीं पुर्तगाल के डिफेंस को भी चुनौती का सामना करना होगा। सुआरेज भी विश्व फुटबॉल का बड़ा नाम हैं। उन्हें रोकना मतलब उरुग्वे को काफी तक मैच से बाहर रखना।
पुर्तगाल टीम: गोलकीपर: एंथोनी लोपेज, बेटो और रुई पैट्रीसियो।
डिफेंडर: ब्रूनो आल्वेस, सेड्रिक सोआरेस, जोसे फोंते, मारियो रुई, पेपे, राफेल गरेरो, रिकाडरे परेरा, रुबेन दियास।
मिडफील्डर: आंद्रेस सिल्वा, ब्रूनो फर्नांडेस, जाओ मारियो, जाओ मोटिन्हो, मैनुअल फर्नांडिस, विलियम कार्वाल्हो।
फॉरवर्ड: आंद्रे सिल्वा, बनार्डो सिल्वा, जेल्सन मार्टिन्स, गोनकालो गुएडेस, रिकाडरे क्वारेसमा, क्रिस्टियानो रोनाल्डो।
उरुग्वे: गोलकीपर : मार्टिन कम्पाना, फनाडरे मुस्लेरा, मार्टिन सिल्वा।
डिफेंडर: मार्टिन सेसेरस, सेबेस्टियन कोएट्स, जोस मारिया गिमेंज, डिएगो गोडिन, मेक्सिमिलियानो पीयरा, गेस्टन सिल्वा, गुइलेरमो वरेला।
मिडफील्डर: जिर्योजियन डी एरास्कीटा, रोड्रिगो बेंटाकुर, डिएगो लेक्जेल्ट, नाहितन नांदेज, क्रिस्टियन रोड्रिगेज, कार्लोस सांचेज, लुकास टोरीयरा, मेटियास वेसीनो, जोनाथन यूरेताविस्कय।
फॉरवर्ड: एडिंसन कवानी, मेक्सिमिलियानो गोमेज, लुइज सुआरेज, क्रिस्टियन स्टॉनी।