पिछले दो सालों से भारतीय पुरुष हॉकी टीम के अहम सदस्य रहे डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने पर ध्यान लगाए हुए हैं। जरमनप्रीत ने कहा, "मुझे लगता है कि अगले कुछ वर्षो में भारतीय हॉकी टीम में जो कुछ होने वाला है, उसे लेकर हर कोई उत्साहित है। मैं ये सुनिश्वित करना चाहता हूं कि जब टीम वहां जाए और पदक जीते तो मैं उस टीम का हिस्सा रहूं।"
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि हॉकी इंडिया ने मुझ जैसे खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान करने के लिए एक असाधारण काम किया है और अब मैं मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देकर उनका समर्थन चुकाना चाहता हूं। साथ ही, मेरा यह भी मानना है कि टोक्यो ओलंपिक में टीम के पास आगे बढ़ने का एक अच्छा मौका है। लेकिन उससे पहले मुझे उम्मीद है कि यह टूर्नामेंट अपने तय कार्यक्रम पर ही होगा।"
जरमनप्रीत ने 2018 में सीनियर टीम के साथ पदार्पण किया था और वह उस टीम का हिस्सा थे, जिसने 2018 एशियाई चैपिंयंस ट्रॉफी में दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक जीता था।
उन्होंने भारतीय टीम के साथ अपने शुरुआत दिनों को लेकर कहा, "मुझे लगता है कि भारत के लिए खेलना अपने आप में एक सपना था, जोकि सच हुआ। लेकिन मेरे पहले दो टूर्नामेंटों में लगातार पदक जीतने के बाद मुझे लगता है कि मैं अपनी इस कहानी को अपने पोतों को (हंसते हुए) भी सुना सकता हूं।"