नई दिल्ली। भारत के अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल जुलाई-अगस्त में अपना चौथा ओलंपिक खेलने की कतार में हैं लेकिन वह चाहते हैं कि आईओसी को कोविड-19 महामारी के कारण इस महासमर को स्थगित कर देना चाहिए। शरत ने पिछले हफ्ते आईटीटीएफ ओमान ओपन खिताब अपने नाम किया था जो 10 साल में उनकी पहली ट्राफी थी।
उन्होंने सोमवार को तड़के मस्कट से स्वदेश लौटने के बाद खुल को अलग रखा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ ने अपने सभी टूर्नामेंट अप्रैल के अंत तक स्थगित कर दिये हैं और अगले महीने बैंकाक में होने वाली एशियाई ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता भी अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो चुकी है।
सैंतीस साल के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘खिलाड़ी होने के नाते मैं निश्चित रूप से चाहूंगा कि ओलंपिक का आयोजन हो लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। वायरस का केंद्र बदलता रहेगा, पहले यह चीन था, अब यह इटली है और एशिया में ईरान भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मुझे नहीं लगता कि यह ओलंपिक समय पर शुरू करने के लिये सुरक्षित है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई सामुदायिक दूरी बनाने की बात कर रहा है लेकिन ओलंपिक में ऐसा संभव नहीं हो पायेगा। हजारों खिलाड़ी ओलंपिक गांव में ठहरे होंगे।’’ अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने अभी तक ओलंपिक पर कोई फैसला नहीं किया है और इसके अध्यक्ष थामस बाक ने इस हफ्ते के शुरू में कहा था कि ऐसा करना जल्दबाजी होगी।
कोविड-19 के कारण दुनिया भर में अब तक 11,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। शरत की विश्व रैंकिंग 38 है और 31वीं रैंकिंग पर काबिज जी साथियान अपनी रैंकिंग के आधार पर क्वालीफाई कर लेंगे, भले ही कोविड-19 के चलते क्वालीफिकेशन प्रतियोगितायें आयोजित नहीं हों।
शरत ने कहा, ‘‘इस समय कोई टूर्नामेंट नहीं चल रहा है तो रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं होगा। अगर चीजें इसी तरह रहती हैं तो हमें अपनी रैंकिंग के आधार पर क्वालीफाई कर लेना चाहिए।"