भारतीय फुटबॉल टीम के युवा डिफेंडर सुमित राठी इंडियन सुपर लीग में पिछले सत्र में उदीयमान खिलाड़ी बने थे लेकिन आगामी सत्र में अनुभवी खिलाडियों से सजी एटीके मोहन बागान (एटीकेएमबी) की टीम में इस 19 साल के खिलाड़ी के लिए जगह बनाना चुनौतीपूर्ण होगा। पिछले साल की चैम्पियन एटीके और मोहन बागान के करार से बनी टीम एटीके मोहन बागान से संदेश झिंगन, सुभाशीष बोस, तिरि जैसे रक्षापंक्ति के अनुभवी खिलाड़ी जुड़े है ।
ऐसे में राठी के लिए शुरूआती 11 में जगह बनाना मुश्किल होगा। राठी हालांकि इस साल पांच खिलाड़ियों के स्थानापन्न की सुविधा के कारण मौका मिलने को लेकर आश्वस्त है। उन्होंने कहा, ‘‘ कोच सर ने कहा है कि पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। मैं तैयार हूं।’’
एटीकेएमबी से पांच साल का करार हासिल करने वाले इस युवा खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ इस बार पांच खिलाड़ियों को स्थानापन्न के तौर पर खेलने को मिलेगा। अगर मौका मिला तो मैं खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा।’’
राठी 2019-20 सत्र में पदार्पण करते हुए 14 मैचों में एटीके के लिए मैदान में उतरे और प्रभावशाली प्रदर्शन किया। भारत के लिए अंडर-14 और अंडर-18 स्तर पर खेल चुके राठी कोलकाता फुटबॉल लीग में दमदार खेल के बाद टीम से जुड़े थे।
उन्होंने कोच एंटोनियो लोपेज हबास की टीम से जुड़ने के लम्हे को याद करते हुए कहा, ‘‘ जब मुझे टीम से बुलावा आया था तब मैं पूरी रात सो नहीं पाया था, चैम्पियन बनने के बाद भी ऐसा ही हुआ था।’’
मुजफ्फरनगर के इस खिलाड़ी का चयन राष्ट्रीय शिविर के लिए भी हुआ था लेकिन कोविड-19 के कारण उसे रद्द कर दिया गया था।