नई दिल्ली। आई लीग फुटबॉल टूर्नामेंट में 2021-22 सत्र में भाग लेने का अधिकार हासिल करने वाला श्रीनिधि समूह आंध्र और तेलंगाना क्षेत्र में इस खेल के पूर्ण ढांचागत विकास पर जोर दे रहा है। एआईएफएफ टीवी के साथ बातचीत में श्रीनिधि समूह के निदेश ताहेर माही कतिकनेनि ने कहा कि समूह ने पहले ही विशाखापत्तनम में श्रीनिधि फुटबॉल विलेज (गांव) के निर्माण पर लगभग 50 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और वह अपने खिलाड़ियों को शीर्ष श्रेणी की सुविधाएं प्रदान करने का इरादा रखता है।
माही ने कहा,‘‘हमें यह समझने की आवश्यकता है कि विश्व स्तरीय खिलाड़ियों को विकसित करने के लिए, हमारे पास विश्व स्तरीय सुविधाएं होनी चाहिए। इसके बिना, विकास होने की संभावना नहीं है। यह एक ऐसी प्रतिबद्धता है जिसे हम बहुत ईमानदारी से पूरा कर रहे है।’’
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उन्होंने कहा,‘‘यह कुछ ऐसा है जो हमें खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के शीर्ष क्षमता को हासिल करने के लिए देने की जरूरत है। इसका कोई विकल्प नहीं है।’’
श्रीनिधि समूह पहले से ही एआईएफएफ की युवा लीग में अपनी टीम उतारता है। उसने दो साल पहले तेलंगाना में अपने फुटबॉल गांव का निर्माण शुरू किया था। कोविड-19 महामारी के कारण हालांकि इसमें रूकावट आयी लेकिन माही को उम्मीद है कि वह एक-दो साल में खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएगी।
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उन्होंने कहा कि समूह का लक्ष्य स्थानीय प्रतिभा को मौका देना है। उन्होंने कहा,‘‘हम भारतीय खिलाड़ियों को मौका देने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, लेकिन हमें प्रतिस्पर्धी स्तर पर भी नजर रखनी होगी, इसलिए हम कोशिश करेंगे और कुछ गुणवत्ता वाले विदेशी खिलाड़ी को भी टीम से जोड सके।’’ .
माही ने कहा,‘‘अगर संभव हुआ तो हम चाहेंगे कि टीम में आंध्र और तेलंगाना के भी कुछ खिलाड़ी हो।’’