नई दिल्ली: केरल के अलापुझ्झा में कुछ दिनों पहले चार महिला खिलाड़ियों द्वारा खुदकुशी की कोशिश वाली घटना के मद्देनजर खेल मंत्रालय ने बुधवार को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को नए दिशा-निर्देश सौंप दिए और उन्हें लागू करने का आदेश दिया। मंत्रालय ने साई को सौंपे अनेक नए दिशा-निर्देशों के अलावा खिलाड़ियों के अनिवार्य अभ्यास के रूप में योग को शामिल करने और प्रशिक्षण से संबंधित शिकायतों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर शुरू करने के लिए कहा।
मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, प्रारंभिक तौर पर इन दिशा-निर्देशों को साई के प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों के हित में शामिल किया गया है।
नए दिशा-निर्देशों को अमली जामा पहनाने पर होने वाला खर्च साई को आवंटित बजट से खर्च किया जाएगा।
अलापुझ्झा के जलक्रीड़ा केंद्र में प्रशिक्षण लेने वाली चार महिला खिलाड़ियों ने सीनियर द्वारा कथित छेड़खानी के चलते खुदकुशी करने के लिए जहरीला फल खा लिया था, जिसमें एक खिलाड़ी अपर्णा की मौत हो गई।
साई के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास द्वारा घटना पर जांच रिपोर्ट पेश करने के बाद मंत्रालय ने नए दिशा-निर्देशों का निर्माण किया।
इस रिपोर्ट में साई को मनोवैज्ञानिकों की एक परामर्श समिति गठित करने का सुझाव दिया गया है, जो एक समूह को और साथ ही प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत तौर पर परामर्श देगी।
इसके अलावा साई के सभी महिला हॉस्टलों में 'अनिवार्य रूप से एक पूर्णकालिक महिला वॉर्डन की नियुक्ति करने' तथा साई के सभी केंद्रों की कमान 'कम से कम सहायक निदेशक स्तर के अधिकारियों को सौंपने' के लिए कहा गया है।