नई दिल्ली। खेलमंत्री किरेन रीजीजू ने अनुभवी एथलेटिक्स कोच पुरूषोत्तम राय के निधन पर शोक जताया जिन्हें शनिवार को आजीवन योगदान के लिये द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलना था। राय को शनिवार को यह सम्मान मिलना था और उन्होंने वर्चुअल समारोह के ड्रेस रिहर्सल में भी भाग लिया था । उनका शुक्रवार की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे ।
रीजीजू ने ट्वीट किया, ‘‘भारत ने शुक्रवार को अनुभवी एथलेटिक्स कोच श्री पुरूषोत्तम राय को खो दिया । उन्हें आज राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के वर्चुअल समारोह में द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार दिया जाना था । उनके योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा।’’
राय ने नेताजी खेल संस्थान से डिप्लोमा लेकर 1974 में कोचिंग कैरियर की शुरूआत की थी। उन्होंने ओलंपियन रिले धाविका वंदना राव, हेप्टाथलीट प्रमिला अयप्पा, अश्विनी नाचप्पा, मुरली कुटान, एम के आशा, जी जी प्रमिला को कोचिंग दी । वह 1987 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, 1988 एशियाई ट्रैक और फील्ड चैम्पियनशिप और 1999 दक्षिण एशियाई खेलों में भारतीय टीम के कोच भी रहे।