नई दिल्ली। खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने खिलाड़ियों और हितधारकों से संयम बरतने की अपील करते हुए सोमवार को कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिये लगाया गया लॉकडाउन हटने के बाद शीर्ष खिलाड़ियों का अभ्यास शुरू कर दिया जाएगा। रीजीजू ने तीन मई की स्थिति को दोहराते हुए कहा कि खिलाड़ियों का स्वास्थ्य उनकी पहली प्राथमिकता है।
देश में लगातार बढ़ते मामलों के कारण लॉकडाउन बीच में दो बार बढ़ाया गया था। अभी 17 मई तक बंद रखा गया है। खेल मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘एक बार लॉकडाउन हटने के बाद हम अपने शीर्ष खिलाड़ियों का अभ्यास फिर से शुरू करेंगे जिसे साइ (भारतीय खेल प्राधिकरण) के अन्य अभ्यास केंद्रों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। मैं खिलाड़ियों और अन्य हितधारकों से जल्दबाजी नहीं करने की अपील करता हूं क्योंकि स्वास्थ्य और सुरक्षा अभी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।’’
वायरस के प्रसार को रोकने के लिये साइ केंद्रों में राष्ट्रीय शिविर मार्च से ही बंद हैं। इस बीमारी के कारण भारत में अभी तक 65,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 2,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। रीजीजू ने तीन मई को कहा था कि मई के आखिर तक सभी खिलाड़ियों के लिये शिविर शुरू कर दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले उन खिलाड़ियों का अभ्यास शुरू किया जाएगा जिन्होंने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर दिया है या जो ऐसी स्थिति में हैं।
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उन्होंने तब कहा था, ‘‘मैंने तीन मई (लॉकडाउन समाप्त होने की पूर्व तिथि) से साइ केंद्रों पर खिलाड़ियों के लिये अभ्यास शुरू करने के बारे में सोचा था। अब हमें इस महीने के आखिर तक इसे चरणबद्ध तरीके से करना होगा। ’’
रीजीजू ने कहा था, ‘‘खेल प्रतियोगिताओं को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत छूट नहीं मिलती है। हम आवश्यक सेवाओं के अंर्तगत नहीं आते हैं।’’
ट्रैक एवं फील्ड के एथलीटों ने मंत्रालय से अपने अपने साइ केंद्रों में अभ्यास करने की अनुमति देने का आग्रह किया था लेकिन उन्हें अभी ऐसी मंजूरी नहीं मिली है।