हो चिन मिन्ह सिटी (वियतनाम)। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी अजय जयराम को रविवार को वियतनाम ओपन के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के कारण जयराम को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वर्ल्ड नम्बर-93 जयराम को पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में इंडोनेशिया के खिलाड़ी शेसार हिरेन रुस्तावितो ने मात दी।
जयराम को वर्ल्ड नम्बर-79 रुस्तावितो ने 28 मिनटों के भीतर सीधे गेमों में 21-14, 21-10 से मात देकर खिताबी जीत हासिल की। दोनों के बीच यह दूसरा मुकाबला खेला गया था। ऐसे में रुस्तावितो ने 2013 में थाईलैंड ओपन में भारतीय खिलाड़ी से मिली हार का बदला भी पूरा किया।
इंडोनेशियाई खिलाड़ी ने शुरुआत से ही जयराम पर दबाव बना रखा था। उन्होंने भारतीय खिलाड़ी को 5-2 से पीछे किया। हालांकि, अपनी कोशिश जारी रखते हुए जयराम ने स्कोर 9-10 किया लेकिन रुस्तावितो ने अपने खेल में सुधार कर पहला गेम 21-14 से जीत लिया।
दूसरे गेम में भी जयराम को इंडोनेशियाई खिलाड़ी के आगे कमजोर देखा गया। जयराम की हर गलती का फायदा रुस्तावितो उठा रहे थे और ऐसे में उन्होंने इस गेम में भी 21-10 से जीत हासिल कर खिताब अपने नाम किया।
मैच के बाद बयान में जयराम ने कहा, "रजत मिला है। आज (रविवार) के मैच को बता पाना मुश्किल है। मैंने अपने खेल की खराब शुरुआत की और ऐसे में अपनी लय हासिल नहीं कर पाया। इसी कारण मैं इस मैच में वापसी नहीं कर सका। जीत का सारा श्रेय इंडोनेशियाई खिलाड़ी को जाता है।"
भारत के 30 वर्षीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने कहा, "खराब प्रदर्शन के बाद अपने खेल की आलोचना करना जरूरी है। मुझे लगता है कि मुझे इस सप्ताह अपने प्रदर्शन के सकारात्मक पहलू को देखना होगा। मैंने पिछले कुछ माह में अच्छा बैडमिंटन खेला है। ऐसे में इस कड़ी मेहनत को बरकरा रखूंगा और अपने खेल को और भी मजबूत करूंगा।"