भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने गुरूवार को घोषणा की कि 34 भारतीय निशानेबाजों के ओलंपिक कोर ग्रुप का ट्रेनिंग शिविर एक अगस्त से शुरू होगा और इसमें सभी का हिस्सा लेना अनिवार्य होगा। एनआरएआई ने कहा कि उसका लक्ष्य अगले महीने से सतर्क और चरणबद्ध तरीके से गतिविधियों को शुरू करना है।
विस्तृत बयान में एनआरएआई ने कहा कि ट्रेनिंग बहाल करने का फैसला संचालन परिषद की बैठक में कोविड-19 खतरे पर चर्चा के बाद किया गया। शिविर राष्ट्रीय राजधानी में डा.कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में आयोजित किया जायेगा। राजधानी में अभी तक एक लाख से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। एनआरएआई ने हाई परफोरमेंस मैनेजर और पूर्व भारतीय निशानेबाज रौनक पंडित को शिविर में स्वच्छता और चिकित्सा प्रोटोकॉल के लिये प्रभारी नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
एनआरएआई ने बयान में कहा, ‘‘इस शिविर के लिये सभी निशानेबाजों की हिस्सेदारी अनिवार्य होगी क्योंकि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी से उत्पन्न हुई अपरिहार्य परिस्थितियों के अनुसार एनआरएआई के पास उदार होने के विकल्प लगभग शून्य हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये फैसला किया गया कि पसंद और निजी हितों के विकल्प को अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय हित के सामने दूर रख देना चाहिए। ’’
कर्णी सिंह रेंज को आठ जुलाई को इस्तेमाल के लिये खोला गया था। सुविधाओं के इस महामारी के कारण बंद होने से निशानेबाज अपने संबंधित बेस पर ही ट्रेनिंग में जुटे थे। एनआरएआई अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा, ‘‘कड़े और सुरक्षित हालात मुहैया कराने के लिये सावधानीपूर्वक योजना बनाने की जरूरत है। खिलाड़ियों और कोचों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोपरि है, हम इसमें जरा भी कोताही नहीं बरत सकते। एनआरएआई आज कह सकता है कि वह अगले महीने से राष्ट्रीय निशानेबाजी गतिविधियों की सतर्क और चरणबद्ध बहाली के लिये पूरी तरह से तैयार है। ’’
कुल 15 भारतीय निशानेबाजों ने ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई किया है जिन्हें महामारी के चलते अगले साल तक स्थगित किया जा चुका है। शिविर के दौरान मानव रचना यूनिवर्सिटी परिसर में कोर ग्रुप, कोच और सहयोगी स्टाफ को रखा जायेगा। एनआरएआई रेंज से परिसर और परिसर से रेंज तक आने जाने का इंतजाम करेगा।