कोरोना काल में भारत में पिछले 4 से 5 माह से सभी खेल गतिविधियाँ बंद पड़ी हैं। जिसके चलते सभी खिलाड़ी घर में बैठे हैं। ऐसे में कई खिलाड़ियों को आर्थिक तंगी से भी झुझना पड़ा है। जिसके चलते हाल ही में सोशल मीडिया पर जब भारत के अंतर्राष्ट्रीय सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी और लक्ष्मण अवार्डी शनीश मणि मिश्रा ने अपनी आर्थिक तंगी का विडियो डाला। जिसमें उन्होंने कहा कि आर्थिक परेशानी से राहत पाने के लिए वो अपना लक्ष्मण अवार्ड बेच देंगे। जिसके बाद इस वीडियो को जैसे ही उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने देखा उन्होंने तुरंत मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया।
दरअसल, आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण शनीष अपना लक्ष्मण अवॉर्ड बेचने को मजबूर हुये थे। वह मजबूरी में लखनऊ के एक डिपार्टमेंटल स्टोर में भी नौकरी कर रहे थे। जिसके बाद जैसे ही उनके वीडियो को केशव प्रसाद मौर्य ने देखा उन्होंने शनीष से फोन पर बात की और अपने सरकारी आवास (7 कालीदास मार्ग) पर बुलाकर हरसंभव मदद करने के आश्वासन के साथ उन्हें 51,000 रुपये की आर्थिक मदद दी।
उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "किसी भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। हमारी सरकार खेल और खिलाड़ी को बढ़ावा देने वाली सरकार है, देश-प्रदेश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों के साथ हम हमेशा खड़े हैं।"
ये भी पढ़े : शतरंज : ऑनलाइन ओलम्पियाड में रूस के साथ संयुक्त चैम्पियन बना भारत
बता दें कि शनीष को 2017 में लक्ष्मण अवॉर्ड मिला था। उन्होंने 2016 में जापान एशियन सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इससे पहले भी इनके खाते में मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण पदक आ चुका है। हाल में शनीष खेल विभाग में अंशकालिक टेनिस कोच के तौर पर तैनात थे। लेकिन, कोरोना की वजह से फिलहाल वह बेरोजगार हैं।
ये भी पढ़ें - टी-20 फॉर्मेट में बाबर आजम और मोहम्मद हफीज ने हासिल की यह खास उपलब्धि