नैरोबी। लंबी कूद की उदीयमान एथलीट शैली सिंह ने अपेक्षानुरूप प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को यहां अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 6.40 मीटर के साथ क्वालीफिकेशन दौर में शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनायी। सत्रह वर्षीय शैली को भारतीय एथलेटिक्स का भावी स्टार माना जाता है। उन्होंने महिलाओं की लंबी कूद के ग्रुप बी में अपनी तीसरी और अंतिम छलांग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
उन्होंने दूसरी छलांग में 5.98 मीटर की दूरी तय की थी। वह उन तीन एथलीटों में शामिल थी जिन्होंने 6.35 मीटर से अधिक दूरी तय करके फाइनल में स्वत: ही जगह बनायी। उन्होंने पहले प्रयास में 6.34 मीटर की छलांग लगायी थी लेकिन उन्होंने आखिरी प्रयास में उससे आगे कूदकर रविवार को होने वाले फाइनल से पहले मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की। शैली को पदक का दावेदार माना जा रहा है लेकिन फाइनल काफी कड़ा होगा क्योंकि उसमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों ने जगह बनायी है।
स्वीडन की 18 वर्षीय माजा असकाग ग्रुप ए में 6.39 मीटर के साथ शीर्ष पर और सभी प्रतिभागियों में दूसरे स्थान पर रही। उनके अलावा ब्राजील की लिसांद्रा मायसा कम्पोस (6.36 मीटर), जमैका की शांते फोरमैन (6.27 मीटर) और यूक्रेन की मारिया होरिलोवा (6.24 मीटर) भी पदक की दावेदार हैं। शैली ने जून में 6.48 मीटर छलांग लगाकर राष्ट्रीय (सीनियर) अंतरराज्यीय चैंपियनशिप जीती थी। झांसी में जन्मी शैली को उनकी मां ने पाल पोसकर बड़ा किया। उनकी मां कपड़े सिलकर आजीविका चलाती है। शैली अभी बेंगलुरू में लंबी कूद की प्रसिद्ध एथलीट अंजू बॉबी जार्ज की अकादमी में प्रशिक्षण लेती है। अंजू के पति बॉबी जार्ज उनके कोच हैं।
पुरुषों के भाला फेंक में कुंवर अजय राज सिंह राणा ने वर्ष के अपने दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से एक समय पदक की उम्मीद जगा दी थी लेकिन आखिर में वह पांचवें स्थान पर रहे। उन्नीस वर्षीय राणा ने चौथे प्रयास में 73.68 मीटर भाला फेंका और तब वह कांस्य पदक की दौड़ में थे लेकिन नाईजीरिया के चेनचेरेम नमादी ने 74.48 मीटर भाला फेंककर फिर से तीसरा स्थान हासिल कर दिया।
पांचवें दौर में पोलैंड के एरिक कोलोजिएसाक भी भारतीय एथलीट से आगे निकल गये। इस स्पर्धा में भाग लेने वाले एक अन्य भारतीय जय कुमार ने 70.74 मीटर भाला फेंककर छठा स्थान हासिल किया। अन्य स्पर्धाओं में नंदिनी अगसारा ने महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ के सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया। वह चौथी हीट में चौथे और कुल 21वें स्थान पर रही। लेकिन तेजस शिरसे (पुरुषों की 100 मीटर बाधा दौड़), पूजा (महिलाओं की 1500 मीटर दौड़) और षणमुगा श्रीनिवास (पुरुषों की 200 मीटर दौड़) सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाये। पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में सुनील जोलिया ने अपनी हीट में शुरू में प्रतिद्वंद्वियों की बराबरी की लेकिन आखिर में वह नौ मिनट 49.23 सेकेंड के साथ 11वें स्थान पर रहे।