न्यूयार्क। नाओमी ओसाका ग्रैंडस्लैम एकल खिताब जीतने वाली पहली जापानी खिलाड़ी बन गई हैं। हालांकि मैच के दौरान अमेरिकी ओपन फाइनल में उनके हाथों शिकस्त झेलनी वाली उनकी आदर्श सेरेना विलियम्स ने चेयर अंपायर को गुस्से में ‘चोर’ करार दिया। बीस साल की ओसाका ने खिताबी मुकाबले में 6-2, 6-4 से जीत दर्ज की। इस दौरान सेरेना को दूसरे सेट में अंपायर कार्लोस रामोस ने बाक्स से कोचिंग लेने के कारण चेतावनी दी।
रैकेट से फाउल पर सेरेना को जब दूसरी बार आचार संहिता के उल्लंघन की चेतावनी और एक अंक की पेनल्टी दी गई तो यह अमेरिकी खिलाड़ी गुस्से से भड़क गई। रोते हुए सेरेना ने अंपायर को ‘चोर’ करार दिया और गुस्से में इस अधिकारी को माफी मांगने को कहा। सेरेना ने कहा, ‘‘आप मेरे चरित्र पर हमला कर रहे हैं। आप कभी मेरे कोर्ट पर दोबारा नहीं आ पाओगे। आप झूठे हैं।’’
अंपायर रामोस ने इसके बाद नाराज सेरेना को अंपायर संहिता के तीसरे उल्लंघन के लिए एक गेम की पेनल्टी दी जिससे ओसाका दूसरे सेट में 5-3 से आगे और जीत से एक गेम दूर हो गई। तीसरा उल्लंघन अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर था। सेरेना ने अगला गेम जीता लेकिन ओसाका ने अपनी सर्विस बचाकर अपने देश के लिए एतिहासिक जीत दर्ज की।
ओसाका ने मैच के बाद कहा, ‘‘अब भी लग ही नहीं रहा कि वास्तव में ऐसा हो गया है। शायद कुछ दिनों में मुझे अहसास होगा कि मैंने क्या किया है।’’
पेनल्टी के जरिए एक गेम मिलने पर ओसाका ने कहा, ‘‘जब सब कुछ हुआ तो स्कोर 5-3 था इसलिए मैं थोड़ी भ्रम में थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगा कि मुझे अपना ध्यान केंद्रित रखना होगा। वह चैंपियन खिलाड़ी है इसलिए मुझे पता है कि वह किसी भी अंक के समय वापसी कर सकती है।’’
सेरेना एक सितंबर 2017 को अपनी बेटी ओलंपिया के जन्म के बाद से पहले ग्रैंडस्लैम खिताब की तलाश में हैं। ओसाका ने सेरेना को 24वें ग्रैंडस्लैम खिताब से वंचित किया जिससे वह मारग्रेट कोर्ट के 24 ग्रैंडस्लैम खिताब के सर्वकालिक रिकार्ड की बराबरी कर लेती।