कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण के लिए देश में लागू लॉकडाउन के कारण प्रैक्टिस करने में असमर्थ भारत के सीनियर हॉकी खिलाड़ी सोमवार से शुरू होने वाले ऑनलाइन कोचिंग कोर्स में हिस्सा लेंगे। हॉकी इंडिया यह सुनिश्चित करना चाहता है कि खिलाड़ियों के लिए इस समय का सही उपयोग हो सके।
इस पाठ्यक्रम में सीनियर पुरुष टीम के संभावित खिलाड़ियों में शामिल 32 खिलाड़ी 11 मई को इस पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेंगे जबकि सीनियर महिला टीम की 23 संभावित खिलाड़ियों को 15 मई को इस पाठ्यक्रम के बारे में बताया जाएगा। भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल पहले ही हॉकी इंडिया कोचिंग शिक्षा कार्यक्रम में भाग ले चुकी हैं।
यह भी पढ़ें- बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलकर मिडफील्डर नीलकांत शर्मा को दबाव झेलने में मिली है मदद
वह हॉकी इंडिया के ‘लेवल एक’ कोच प्रमाण पत्र हासिल कर चुकी हैं। हॉकी इंडिया से जारी बयान के मुताबिक, ‘‘ हॉकी इंडिया खिलाड़ियों के लिए बुनियादी स्तर के कोचिंग पाठ्यक्रम का आयोजन कर रहा जिससे खेल की उनकी समझ और व्यापक हो सके। इससे उन्हें कोच के दृष्टिकोण से खेल को देखने का मौका मिलेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हॉकी इंडिया के बुनियादी स्तर के कोचिंग पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले मुख्य संभावित खिलाड़ी भविष्य में हॉकी इंडिया ‘लेवल एक’ कोचिंग कोर्स में भाग लेने के पात्र होंगे। इससे एथलीट के साथ साथ कोच के रूप में भी उनके विकास का मार्ग प्रशस्त होगा खुलेगा।’’
यह भी पढ़ें- हॉकी इंडिया करेगा विशेष कांग्रेस का आयोजन, ओलंपिक की तैयारियों पर होगी चर्चा
हॉकी इंडिया के ‘बुनियादी स्तर’ के इस कोचिंग पाठ्यक्रम सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है। इसे ‘हॉकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन पाथवे’ के नाम से जाना जाता है, जिसे 2019 में शुरू किया गया था।
इसके तहत खिलाड़ियों को अपने ऑनलाइन सत्रों की समीक्षा करने के लिए 36 घंटे मिलेंगे और फिर एक ऑनलाइन मूल्यांकन परीक्षा में सफल होना होगा। यह सब अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के नवीनतम नियम पर आधारित होगा।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक ने कहा, ‘‘ हमने निर्णय लिया कि उन्हें हमारे हॉकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन पाथवे के माध्यम से अभी प्रशिक्षण देना सही होगा।’’