जकार्ता: एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग से हार कर कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा कि विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज इस खिलाड़ी के खेल का तरीका किसी खास शैली पर आधारित नहीं है जिससे उसे हराना काफी मुश्किल हो जाता है। साइना ताइ जू से सीधे गेमों 17-21, 14-21 से हार गयी जो इस खिलाड़ी के खिलाफ उनकी लगातार दसवीं हार है।
साइना ने कहा,‘‘मुझे रैली को पूरा करने के लिए ज्यादा तेज और शॉट को अच्छे से खेलने की जरूरत थी। वह रैली के बीच में आपको पछाड़ देती है। उसके खिलाफ हर रैली अगल तरह की होती है। ज्यादातर खिलाड़ी एक खास शैली में खेलते हैं लेकिन उसके पास विभिन्न तरह के शॉट है।’’
उन्होंने कहा,‘‘मुझे जाहिर तौर पर अपने हाथ की रफ्तार को बढ़ाना चाहिये था, कोर्ट में ज्यादा मूवमेंट दिखाने चाहिये थे और रैली को पूरा करने के लिए ज्यादा शॉट खेलने चाहिए थे। उसके साथ हर रैली अलग तरह की रैली होती है। उसमें विशेष क्षमता है। वह ऐसी खिलाड़ी है जिसे समझना आसान नहीं। हर कोच उसके खेल को नहीं समझ सकता। खिलाड़ी के तौर पर मैंने उसे समझने की कोशिश की लेकिन वह हमेशा नया शॉट इजाद कर लेती है।’’
साइना ने कहा,‘‘उसे हराने के लिए आपके पास संपूर्ण खेल योजना होनी चाहिए। विश्व चैम्पियनशिप और इन खेलों के बीच समय कम था इसलिए हमें तैयारी का पूरा समय नहीं मिला लेकिन मैंने कोशिश की। ऐसा नहीं है कि आप उसे नहीं हरा सकते। यह असंभव नहीं है। आपके पास संपूर्ण योजना होनी चाहिए लेकिन उसके पास मुश्किल हालात से निपटने के लिए शॉट हैं।’’
साइना ने कहा कि वह एशियाई खेलों के अपने तीसरे प्रयास में पदक जीत कर खुश है। उन्होंने कहा,‘‘मुझे इससे पहले दो मौके (2010, 2014) मिले लेकिन मैं क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गयी। इस बार मुझे वरीयता नहीं मिली थी और पदक जीत कर मैं खुश हूं। यह टूर्नामेंट ओलंपिक के स्तर का है, बड़ीं खिलाड़ियों में सिर्फ कैरोलिना (मारिन) यहां नहीं है।’’
फाइनल में सिंधू की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा,‘‘ दोनों के पास जीतने का बराबर मौका होगा। सिंधू लंबी है और कुछ ऐसे शॉट खेल सकती है जो मैं नहीं खेल सकती।’’