नई दिल्ली। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के हटने के बाद सभी केंद्रो में खेल से जुड़े प्रशिक्षण को शुरू करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस छह सदस्यीय समिति की अध्यक्षता साइ के सचिव रोहित भारद्वाज करेंगे जबकि टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश राजगोपालन, कार्यकारी निदेशक (परिचालन) एस. एस. रॉय, एस. एस. सरला, कर्नल बीके नायक और टॉप्स के सहायक निदेशक सचिन के. इसके अन्य सदस्य है।
कोविड-19 महामारी के कारण साइ के सभी केंद्रों में अभ्यास और प्रशिक्षण बंद है। समिति एसओपी का मसौदा तैयार करेगी जिसमें प्रशिक्षण शुरू होने के बाद इस महामरी से बचाव का उपाय होगा। प्रशिक्षुओं, कोचों, तकनीकी और गैर-तकनीकी सहायता कर्मचारियों, एनएसएफ (राष्ट्रीय खेल महासंघों), प्रशासकों के अलावा मेस और छात्रावास के कर्मचारियों को इस मसौदे के मुताबिक ही काम करना होगा।
परिसर में आने वाले आगंतुकों और खेलों से जुड़े हितधारकों को भी इस मसौदे का पालन करना होगा। समिति की सिफारिशों को संबंधित एनएफएस और अन्य हितधारकों से परामर्श कर के तैयार किया जाएगा जिसे अंतिम अनुमोदन के लिए खेल मंत्रालय को भेजा जाएगा। सभी एनएसएफ को महामारी से बचने के उपायों की अपनी सिफारिशों को साझा करने के लिए कहा गया है। इसमें तैराकी के लिए अलग समिति का गठन किया गया है।
इस बीच साई भारत में मुख्य केंद्रों पर आउटडोर ट्रेनिंग शुरू करने की योजना बना रहा है और खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि खिलाड़ियों को कोविड-19 वायरस की चपेट में आने से बचाने के लिये सरकार को थोड़ा सतर्क रहना होगा। रीजीजू पहले ही कह चुके हैं कि मंत्रालय ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके खिलाड़ियों के लिये राष्ट्रीय शिविर चरणबद्ध तरीके से कराने के लिये योजना बना रहा है।
इसकी शुरूआत इस महीने के अंत में पटियाला एनआईएस और बेंगलुरू के भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में ठहरे खिलाड़ियों के साथ होगी। रीजीजू ने कहा, ‘‘एक खाका तैयार किया जा रहा है। अगर शीर्ष खिलाड़ियों को कुछ भी हुआ तो यह करारा झटका होगा इसलिये हमें सतर्क रहना होगा और इसलिये अभी तक हमारे खिलाड़ियों में कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुआ है। खिलाड़ी हमारे देश का गौरव हैं इसलिये हम कोई भी जोखिम नहीं उठा सकते।’’