मॉस्को: रूस की डोपिंग रोधी प्रयोगशाला के प्रमुख ने सरकार प्रायोजित डोपिंग कार्यक्रम में शामिल होने के आरोपों को लेकर अपनी प्रयोगशाला के निलंबन के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विशेषग्यों को आशंका है कि मामला खेल के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संकट बन सकता है।
वल्र्ड एंटी डोपिंग एजेंसी :वाडा: ने ग्रिगोरी रोडचेंकोव पर रूसी खिलाडि़यों में गैरकानूनी दवाओं के व्यापक इस्तेमाल पर पर्दा डालने की योजना में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप लगाया है। इन आरोपों में जानबूझकर परीक्षण के सकारात्मक नमूनों को नष्ट करना शामिल है।
वाडा ने मंगलवार को मॉस्को की डोपिंग रोधी प्रयोगशाला को निलंबित कर दिया था। इससे एक दिन पहले वाडा ने अपनी एक रिपोर्ट में रसियन एथलेटिक्स पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। वाडा ने इसकी तुलना 1970 और 80 के दशक में साम्यवादी पूर्व जर्मनी में खेल से जुड़े भ्रष्टाचार से की।
इंटरफैक्स समाचार एजेंसी के अनुसार रूसी खेल मंत्री विताली मुत्को की एक सहयोगी ने कहा, मॉस्को की डोपिंग रोधी प्रयोगशाला के कार्यवाहक निदेशक ग्रिगोरी रोडचेंकोव ने अपने इस्तीफे की घोषणा की।
नतालिया झेलानोवा ने कहा, मंत्री ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया और उनकी जगह प्रयोगशाला की एक विशेषग्य मारिया दिकुनेत्स को नियुक्त किया गया।
रूसी एथलेटिक्स कांड की जद में दूसरे देशों के आने की आशंकाओं के बीच आईएएएफ :इंंटरनेशनल एसोसियेशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशंस: अब रूस को निलंबित करने पर विचार कर रहा है। साथ ही अगले साल के ओलंपिक खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धाओं में रूस की भागीदारी पर प्रतिबंध लगाने की मांगें उठ रही हैं।
इसी बीच आईएएएफ के अध्यक्ष सेबेस्टियन को ने रूसी एथलेटिक्स महासंघ :एआरएएफ: को हफ्ते के अंत तक जवाब देने या संभावित निलंबन का खतरा झेलने को कहा है।
2012 के लंदन ओलंपिक खेलों की पदक तालिका में चौथे स्थान पर रहे रूस ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इन्हें खारिज किया है और अगले साल के खेलों में निलंबन से बचने के लिए तेज प्रतिक्रिया का वादा किया है।