नई दिल्ली| भारत के युगल विशेषज्ञ टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने मंगलवार को स्कॉलरशिप कार्यक्रम शुरू किया जिसमें वह 60 बच्चों को टेनिस और शिक्षा एक साथ मुहैया कराएंगे और इसमें प्रति वर्ष प्रति बच्चे पर 10 लाख रुपये खर्च आएगा। यह स्कॉलरशिप कार्यक्रम रोहन बोपन्ना टेनिस अकादमी (आरबीटीए) और द स्पोर्ट्स स्कूल के बीच सहयोग से चलाया जाएगा। इस स्कूल का ट्रेनिंग केंद्र बेंगलुरू में होगा। शुरुआत में बच्चे स्कूल की वेबसाइट के जरिये तीन वर्गों- अंडर-12, अंडर-14 और अंडर-16- वर्ग में स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद इन बच्चों का आकलन किया जाएगा और चुने गए बच्चे इसके बाद रिहायशी कार्यक्रम से जुड़ेंगे। बोपन्ना ने आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘‘मैं इन बच्चों को वह देना चाहता हूं जो मुझे तब नहीं मिला जब मैं जूनियर खिलाड़ी था। यह भारतीय टेनिस में बदलाव लेकर आएगा। माता-पिता हमेशा शिक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं इसलिए हम दोनों मुहैया करा रहे हैं।’’ पहले साल में एआईटीए रैंकिंग वाले खिलाड़ी ही स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर पाएंगे।
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ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले भारत के सिर्फ चार खिलाड़ियों में से एक बोपन्ना ने कहा, ‘‘हम प्रत्येक वर्ग में 20 बच्चों को चुनेंगे। यह खेल को कुछ वापस देने की तरह है। यह संभवत: दुनिया का सबसे बड़ा स्कॉलरशिप कार्यक्रम है। कोई भी एक ही बार में 60 बच्चों को शत प्रतिशत प्रायोजन मुहैया नहीं कराता। यहां तक कि अमेरिका में कॉलेज टेनिस कार्यक्रम में भी 70 या 80 प्रतिशत स्कॉलरशिप होती है।’’
भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन के कोच बालचंद्रन एम मुख्य कोच होंगे जबकि छह अन्य कोच उनका साथ देंगे। चुने गए बच्चों को दूधिया रोशनी वाले सात कोर्ट के अलावा आहार विशेषज्ञ, डाइटीशियन, फिजियो और खेल मनोवैज्ञानिक की सेवाएं मिलेंगी।