टोक्यो। ओलंपिक खेलों के शुरू के बाद यहां जापान की राजधानी में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के नये 2848 मामले दर्ज किये गये जो इस साल सात जनवरी (2,520) के बाद सबसे अधिक संख्या है। पिछले साल महामारी शुरू होने के बाद से टोक्यो में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले दो लाख से अधिक हो गये हैं। इस महामारी से निपटने के लिए तोक्यो में चौथी बार आपातकाल लागू किया गया है। यह अगले महीने ओलंपिक के दौरान जारी रहेगा और पैरालंपिक खेलों के शुरू होने से ठीक पहले खत्म होगा।
ओलंपिक खेल बीते शुक्रवार को शुरू हुए हैं और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अधिक तेजी से फैलने वाले वायरस के डेल्टा प्रकार से मामले और बढ़ सकते है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 के मामले कम उम्र के ऐसे लोगों में बढ़ रहे है जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है। टीके की आपूर्ति में अनिश्चितता के कारण जापान में टीकाकरण अभियान धीमा हो गया है।
गंभीर मामलों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जिनकी उम्र 50 साल के आस-पास है। तोक्यो के अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या लगभग तीन हजार है और अस्पतालों के विस्तर तेजी से भर रहे हैं। अधिकारी चिकित्सा संस्थानों को अपनी क्षमता लगभग 6,000 तक बढ़ाने के लिए कह सकते है। सरकारी दावों के मुताबिक जापान की 25.5 प्रतिशत आबादी को टीके का दोनों डोज लग चुकी है।
जापान ने हालांकि अन्य देशों के मुकाबले इस महामारी का सामना बेहतर तरीके से किया है। यहां सोमवार तक इसके 8,70,445 मामले दर्ज किये गये है जिसमें मृतकों की संख्या 15,129 है।
सरकार को ओलंपिक आयोजन को लेकर हालांकि आलोचना का सामना करना पड़ा रहा है क्योंकि लोगों का मानना है कि देश के स्वास्थ्य पर ओलंपिक को प्राथमिकता दी जा रही है।