मेलबर्न। दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रफेल नडाल का 21वां गैंडस्लैम का खिताब जीतने का सपना बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में स्टेफानोस सिटिसिपास से हार कर टूट गया। ग्रैंडस्लैम के 225 मैचों के करियर में बुधवार ऐसा सिर्फ दूसरी बार हुआ जब दो सेट में बढ़त लेने के बाद उन्हें हार का सामना करना पड़ा। सिटसिपास ने उन्हें 3-6, 2-6, 7-6, 6-4, 7-5 से हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की।
यूनान के 22 साल के इस खिलाड़ी को अब फाइनल में पहुंचने के लिए 2019 के यूएस ओपन के उपविजेता दानिल मेदवेदेव से शुक्रवार को भिड़ना होगा। एक अन्य सेमीफाइनल में शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का सामना 114वीं रैंकिंग के खिलाड़ी असलान कारात्सेव से होगा। सिटसिपास और मेदवेदेव ने अब तब एक भी ग्रैंडस्लैम नहीं जीता है जबकि कारात्सेव पहली बार ग्रैंडस्लैम में खेल रहे है।
ये भी पढ़ें - आईसीसी ने जारी की ताजा टेस्ट रैंकिंग, रोहित-अश्विन समेत पंत हुआ फायदा
रूस के टेनिस खिलाड़ी मेदवेदेव ने गर्मी के कारण मांसपेशियों में खिंचाव के बाद भी क्वार्टर फाइनल में बुधवार को यहां हमवतन आंद्रेय रूबलेव को हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। चौथी वरीयता प्राप्त इस खिलाड़ी ने रूबलेव को 7-5, 6-3, 6-2 से हराकर लगातार 19वीं जीत के साथ तीसरी बार ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह पक्की की। मेदवेदेव ने कहा कि उनके बायें पैर में काफी दर्द हो रहा था और आखिरी तीन अंक के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने लगभग दो घंटे तक चले मैच के बाद कहा,‘‘ यह आसान नहीं था।’’
ये भी पढ़ें - रिकॉर्ड तीसरी बार आईएसएल फाइनल की मेजबानी करेगा मडगांव का जेएलएन स्टेडियम
यहां लगभग 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में खेले गये इस मैच में कई लंबी रैलियां देखने को मिली। उन्होंने कहा, ‘‘ मैच के दौरान कई अविश्वसनीय रैली देखने को मिली और अंक हासिल करने के बाद सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी।’’ महिला एकल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी एश बार्टी शुरुआती बढ़त का फायदा उठाने में नाकाम रही और यहां 25वीं वरीयता प्राप्त कारोलिना मुचोवा से तीन सेट तक चले मुकाबले में हारकर आस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर हो गयी। बार्टी तब मजबूत स्थिति में दिख रही थी जब उनकी प्रतिद्वंद्वी ने मेडिकल टाइम आउट लिया और वह कोर्ट छोड़कर चली गयी।
ये भी पढ़ें - IND vs ENG : विराट कोहली पर लगना चाहिए तीन टेस्ट मैच का बैन, पूर्व खिलाड़ी ने की मांग
लेकिन इसके एक घंटे बाद बार्टी को निराश होकर कोर्ट छोड़ना पड़ा। चेक गणराज्य की मुचोवा ने यह मैच 1-6, 6-3, 6-2 से जीता और पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। उनकी शानदार वापसी से बार्टी का 1978 में क्रिस ओ नील के बाद यहां खिताब जीतने वाली पहली आस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी बनने का सपना भी टूट गया।
बार्टी ने बाद में कहा, ‘‘निश्चित तौर पर दिल टूट गया। लेकिन सूरज कल फिर निकलेगा। आप या तो जीत दर्ज करते हो या सीख लेते हो और आज के मैच से मुझे बहुत बड़ी सीख मिली। ’’ मुचोवा सेमीफाइनल में अमेरिका की 22वीं वरीयता प्राप्त जेनिफर ब्राडी से भिड़ेगी जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में हमवतन गैरवरीयता प्राप्त जेसिका पेगुला को 4-6, 6-2, 6-1 से पराजित किया। यह मैच एक घंटा 40 मिनट तक चला।